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यूपी में जल्द हो सकता है मंत्रिमंडल विस्तार, सीएम योगी की शाह-नड्डा से मुलाकात के बाद चर्चाएं तेज

नई दिल्लीः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से हुई मुलाकात ने प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाओं को बल दिया है। सीएम योगी की मुलाकात के बाद से राजनीतिक गलियारें में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।  पार्टी सूत्रों के मुताबिक अगले 15 दिन के भीतर नए मंत्रियों के नाम तय हो जाएंगे। खराब प्रदर्शन वाले कुछ मंत्रियों को हटाकर जनता के बीच नाराजगी दूर की जा सकती है। अमित शाह के सरकारी आवास पर हुई बैठक में सीएम योगी के साथ ही पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रमुख स्वतंत्र देव सिंह और राज्य इकाई के महासचिव सुनील बंसल भी मौजूद थे। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए जितिन प्रसाद, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी, निषाद पार्टी मुखिया संजय निषाद को मंत्री बनाया जा सकता है। इन नेताओं के नाम विधान परिषद सदस्य(एमएलसी) की मनोनीत सीटों के लिए भी चल रहे हैं। उत्तर प्रदेश में मनोनयन वाली एमएलसी की कुल चार सीटों को भरा जाना है। बैठक में निषाद पार्टी के मुखिया डॉ. संजय निषाद भी शामिल हुए थे। पार्टी के एक नेता ने बताया, संभावित मंत्रिपरिषद विस्तार में सहयोगी दलों को मौका देने की तैयारी है। संजय निषाद की पार्टी भी सरकार में शामिल हो सकती है। संजय निषाद भाजपा नेतृत्व के संपर्क में लगातार बने हुए हैं।

सूत्रों ने बताया कि उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की चुनावी तैयारियां बैठक का मुख्य एजेंडा था। सूत्रों ने आगे कहा कि बैठक में समाज के सभी वर्गो तक पहुंचने की भाजपा की रणनीति पर भी चर्चा की गई। सूत्रों ने कहा कि हर जाति और समुदाय को जीतने की योजना चर्चा का हिस्सा थी क्योंकि पार्टी सभी का समर्थन हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। यह भी पता चला है कि चल रही जन आशीर्वाद यात्रा पर जनता की प्रतिक्रिया पर भी चर्चा हुई।

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अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए पिछले महीने उत्तर प्रदेश के सात नेताओं को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था। उत्तर प्रदेश के नवनियुक्त मंत्रियों में अपना दल की अनुप्रिया पटेल को छोड़कर सभी भाजपा से हैं। जून के बाद से आदित्यनाथ की दिल्ली की यह तीसरी यात्रा थी। उत्तर प्रदेश में बदलाव की अटकलों के बीच, आदित्यनाथ ने पहले दो दिनों के लिए राष्ट्रीय राजधानी का दौरा किया था और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, नड्डा और शाह से मुलाकात की थी।

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