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250 से ज्यादा छोटे पुल, 15 से ज्यादा फ्लाईओवर, ऐसा है UP का बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे, जानिये खासियतें

लखनऊ: देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के खाते में एक और उपलब्धि जुड़ गई है। प्रदेश को एक नया एक्सप्रेसवे मिल गया है। कभी राज्य के पिछले क्षेत्र में गिना जाने वाला बुंदेलखंड अब रफ्तार का सौदागर बनने को तैयार है, क्योंकि इस क्षेत्र को 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway) के रूप में एक नई रफ्तार मिल गई है। इस एक्सप्रेसवे के साथ अब बुंदेलखंड में विकास की गाड़ी तेज रफ्तार के साथ दौड़ेगी। शनिवार 16 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उद्घाटन करते ही बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway) के रूप में प्रदेश को एक नए एक्सप्रेसवे की सौगात मिल गई।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करते हुए कहा कि सीएम योगी के नेतृत्व में यूपी की तस्वीर लगातार बदल रही है। एक्सप्रेस सिर्फ वाहनों को ही गति नहीं देगा, बल्कि पूरे औद्योगिक गति को रफ्तार मिलेगी। रिकॉर्ड समय और अनुमानित लागत से कम खर्च में बने इस एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway) से न सिर्फ बुंदेलखंड के लोगों को देश की राजधानी दिल्ली पहुंचने में सहूलियत होगी, बल्कि औद्योगिक विकास भी सुनिश्चित हो सकेगा। पीएम मोदी ने कहा कि पुरानी सोच को छोड़कर हम नई सोच के साथ आगे बढ़ रहे हैं। 2017 के बाद कनेक्टिविटी के लिए बेहतर काम शुरू हुए हैं। बड़े शहरों के साथ ही छोटे शहरों की कनेक्टिविटी पर भी ध्यान दिया जा रहा है। पीएम ने आगे कहा कि यूपी का हर कोना नए सपनों और संकल्पों को लेकर तेज गति से दौड़ने के लिए तैयार है। यही सबका साथ और सबका विकास की अवधारणा है। कोई पीछे नहीं छूटे, इसी दिशा में डबल इंजन की सरकार लगातार काम कर रही है। पीएम बोले कि यूपी के छोटे जिले भी हवाई सेवा से जुड़े, इसके लिए तेजी काम चल रहा है। ऐसे प्रयासों से कारोबार को भी नया आयाम मिलता है।

ये हैं एक्सप्रेसवे की खासियतें -

इस एक्सप्रेसवे के बनने से कई तरह की सुविधाएं मिल जाएंगी। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway) के बन जाने से चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर और जालौन के लोगों के लिए दिल्ली का सफर आसान हो जाएगा। अगर इस एक्सप्रेसवे के बारे में बात करें तो 296 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे पर 250 से ज्यादा छोटे पुल, 15 से ज्यादा फ्लाईओवर, 6 टोल प्लाजा और 12 से ज्यादा बड़े पुल और 4 रेल पुल बनाए गए हैं। 24 घंटे पुलिस पेट्रोलिंग और एंबुलेंस की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। चार लेन चौड़े बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ अतिरिक्त जमीन भी है, जिससे भविष्य में अगर गाड़ियों की आवाजाही बढ़े तो इसको चौड़ा कर 6 लेन तक बढ़ाया जा सके। इससे चित्रकूट से दिल्ली तक का सफर भी अधिक सुलभ बन जाएगा। अभी तक चित्रकूट से दिल्ली पहुंचने में लगभग 700 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती थी। इसमें करीब 12 से 14 घंटे का समय लगता था। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway) बन जाने के बाद ये दूरी सिर्फ 630 किलोमीटर ही रह जाएगी और समय भी बचेगा। दावा किया जा रहा है कि सफर की दूरी घटने से एक्सप्रेसवे के रास्ते चित्रकूट से दिल्ली तक का सफर केवल 6 घंटे में पूरा हो जाएगा। 296 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे पर लोगों की सहूलियत के लिए 4 जन सुविधा केंद्र बनाए गए हैं। इसके अलावा 4 पेट्रोल पंप भी बनाए जाएंगे।

विकास की धुरी बनने जा रहा बुंदेलखंड -

इस अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway) बुंदेलखंड के विकास की धुरी बनने जा रहा है। ये बुंदेलखंड के लिए एतिहासिक दिन है। मैं इस अवसर पर पूरे बुंदेलखंडवासियों को बधाई देता हूं कि यह एक्सप्रेस यहां की अर्थव्यवस्था को नया आयाम देगा। सीएम योगी ने कहा कि पूरी दुनिया 28 महीने से कोरोना की मार झेल रही थी, लेकिन इसी बीच एक्सप्रेसवे का निर्माण रिकॉर्ड समय में किया है। योगी आदित्यनाथन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे देश के अंदर प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना की शुरुआत की थी, जालौन ऐसा जिला है जहां शत-प्रतिशत घरौनी प्रमाण पत्र दिया गया है। माफिया गरीब के घर पर कब्जा कर लेता था। अब उस गरीब को आवासीय अभिलेख उपलब्ध करा दिए गए हैं। योगी उन्होंने कहा कि यह बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का 28 माह पूर्व प्रधानमंत्री ने शिलान्यास किया था। इतने कम समय में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway) का निर्माण और उसका आज लोकार्पण बड़ी उपलब्धि है। आज हर बुंदेलखंडवासी आपके नेतृत्व में गौरव की अनुभूति करता है। देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। बुंदेलखंड हर जल में शुद्ध पेयजल की सुविधायुक्त होने जा रहा है। यह बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा। इस प्रकार बुंदेलखंड लखनऊ और दिल्ली से जुड़ेगा। सीएम योगी ने कहा कि मैं सम्पूर्ण बुंदेलखंडवासियों और उत्तर प्रदेशवासियों की ओर से प्रधानमंत्री मोदी का अभिनंदन करता हूं।

बंजर बुंदेलखंड बनेगा उद्योग का केंद्र -

इस एक्सप्रेसवे के बनने के साथ ही लंबे वक्त से अनदेखी का दंश झेल रहे बुंदेलखंड की अब तकदीर और तस्वीर बदल रही है। 6,800 करोड़ से अधिक के निवेश से बंजर बुंदेलखंड अब उद्योग का केंद्र बन रहा है। बुंदेलखंड में 50 निवेश प्रस्तावों में 250 करोड़ की लागत से 25 से अधिक इकाइयों ने उत्पादन भी शुरू कर दिया है। इसके माध्यम से हजारों युवाओं को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिला है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2017 में प्रदेश की सत्ता संभालने के बाद से बुंदेलखंड के चहुमुंखी विकास के लिए रणनीति बनाकर काम करना शुरू किया था। बुंदेलखंड की बदहाली दूर करने के लिए एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway) के निर्माण से लेकर निवेशकों को निवेश पर विशेष छूट देना भी शुरू किया। इसके अलावा इस क्षेत्र में डिफेंस कॉरिडोर, टाइगर रिजर्व, हर घर जल जैसी कई योजनाएं शुरू की गईं। योगी सरकार के प्रयासों से बुंदेलखंड में पिछले पांच सालों में 6,800 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश हुए हैं। इसके अलावा 29 सौ करोड़ रुपए की शेष परियोजनाओं में भी जल्द कार्य शुरू होने वाला है। बुंदेलखंड के जालौन, झांसी, ललितपुर, बांदा और महोबा में निवेश आए हैं। निवेश प्रस्तावों पर सरकार की ओर से तत्परता से निर्णय लिए जा रहे हैं। राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि डिफेंस कॉरिडोर के छह नोड्स में से झांसी और चित्रकूट बुंदेलखंड में हैं। बाकी नोड कानपुर, लखनऊ, आगरा और अलीगढ़ हैं। पांच नोड में करीब 1,600 हेक्टेयर भूमि खरीदी भी जा चुकी है। अब तक यूपीडा की ओर से करीब 91 औद्योगिक और संस्थागत एमओयू भी साइन किए गए हैं। इनके द्वारा 11 हजार 256 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश प्रस्तावित है। निजी कंपनियों के अलावा एचएएल और बीडीएल जैसे डीपीएसयू ने भी कॉरिडोर में निवेश की घोषणा की है।

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