नई दिल्लीः अपनी कोख में रोशनी करने के लिए दूसरे की कोख में अंधेरा करने वाली महिला को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मामला रोहिणी जिले के बुध विहार इलाके का है। जहां पर एक पड़ोसन के जब बच्चे नहीं हुए तो किसी तांत्रिक के चक्कर में फंसकर उसने साढ़े तीन साल के पड़ोसी के बच्चे का किडनैप किया और उसकी बलि देने के बाद सफेद प्लास्टिक के बोरे में बंद करके छत से दूसरी छत पर फैंक दिया। पुलिस ने आरोपित महिला को गिरफ्तार कर लिया। जिसकी पहचना नीलम गुप्ता के रूप में हुई है। जिससे पूछताछ करने के बाद उस तांत्रिक के बारे में भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है, जिसने महिला को इस तरह की बलि देने के बारे में कहा था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है।
रोहिणी जिले के डीसीपी प्रणव तायल ने रविवार को बताया कि बीते शनिवार की शाम को पुलिस को रिठाला गांव गली संख्या-18 में साढ़े तीन साल के पीयूष गुप्ता के लापता होने की जानकारी मिली थी। पुलिस मौके पर पहुंची। पीयूष के परिवार वालों ने बताया कि वह छत पर ही था। वह नीचे उतरकर भी नहीं आया है। पुलिस ने छत और उसके आसपास सभी की जगहों को खंगाला। कुछ देर बाद बिल्डिंग से सटी छत पर एक सफेद रंग का प्लास्टिक का बोरा पड़ा मिला। जो दिवार से सटाकर रखा हुआ था। पुलिस मौके पर पहुंची। कट्टे को खोलकर देखा,पीयूश का शव रखा हुआ था। जिसके बाद इलाके में दहशत का माहौल बन गया। पीयूष के होट काले पड़े थे,जबकि कान के पीछे से खून निकल रहा था। खून को देखकर लगा कि बच्चे की हत्या दो से तीन घंटे पहले ही की गई थी। शव को बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल भेज दिया। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
बिल्डिंग में बने 86 मकानों व पानी की टंकियों को खंगाला
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पीयूष बिल्डिंग से बाहर नहीं गया था। यह साफ उस समय हुआ जब बिल्डिंग में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को खंगाला गया। उससे यह भी साफ हो गया कि बिल्डिंग के किसी न किसी शख्स ने वारदात को अंजाम दिया है। बिल्डिंग में बने 86 से 87 कमरों को खंगाला गया। जिनमें किरायेदार रहा करते हैं। यह भी पता लगाया गया कि सुबह से कौन कौन बाहर गया हुआ है। सभी के फोन नंबर भी लिये गए। उनके कमरों में रखे सामान को भी टटोला गया। इसके अलावा सभी पानी की टंकियों को भी देखा,लेकिन पीयूष के बारे में कुछ पता नहीं चल पाया था।
पांचवी मंजिल पर रहती थी पति और देवरों के साथ महिला
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पुलिस को शुरूआत में लगा था कि जिस तरह से पीयूष बाहर नहीं गया है तो शव को छत से फैंका गया होगा। इसलिए पांचवीं मंजिल पर रहने वालों पर सबसे ज्यादा शक हुआ। पांचवी मंजिल पर जब पुलिस कमरों को खंगाल रही थी। उसी में से एक महिला के घर को खंगाला गया। जिसमें पूजा पाठ करने के बारे में भी पता चला। वह महिला बच्चा नहीं होने से काफी समय से परेशान भी थी। पुलिस पर महिला पर शक हुआ। पहले उसके पति पवन और देवरों से पूछताछ की गई। उसमें महिला पर शक और ज्यादा गहराता गया। महिला को शक के आधार पर हिरासत में लिया। जिसने बच्चे की हत्या करने का खुलासा किया। जिसमें उसने बताया कि तांत्रिक ने बताया था कि बच्चे की बलि दो तब बच्चा होगा।
वारदात से पहले पीयूष ने बहन से कहा था नीचे जाओ
पीयूष के पिता दयाराम ने बताया कि वह मूलरूप से हरदौई के रहने वाले हैं। वह सब्जी फल बेचने का काम करता है। परिवार में पत्नी चांदनी,बड़ी बेटी श्रेष्टी (5) और पांच महीने का अंश है। पीयूष बीच बेटा था। शनिवार सुबह वह केशवपुरम मंडी गया हुआ था। सुबह पीयूष छत पर नहाने के बाद जब श्रेष्टी उसके पास पहुंची। उसे कहा था कि मम्मी बुला रही है। उसके बाद वह छत पर अकेला रह गया था। करीब बीस मिनट बाद जब श्रेष्टी उसको बुलाने गई थी। वह नहीं था। अपनी मां को उसने मामले की जानकारी दी। जिन्होंने बिल्डिंग वालों से पूछा व आसपास के लोगों से जानकारी लेने की कोशिश की थी। नहीं मिलने पर परिवार वालों ने उसे जानकारी दी थी। वह मंडी से सीधा घर पर पहुंचा था। उसने भी पीयूष को तलाश ने की कोशिश की थी। जिसके बाद पुलिस को वारदात की जानकारी दी थी।
हरदौई के तांत्रिक के सुझाव पर की बच्चे की हत्या
पूछताछ में आरोपित नीलम से पता चला कि 2013 में उसकी पवन से शादी हुई थी। उसके कोई संतान नहीं थी। जिससे उसको ससुराल में काफी ताने मिला करते थे। वह भी मानसिक रूप से काफी परेशान रहने लगी थी। वह किसी बच्चे को गोद भी लेना चाहती थी। वह चार साल पहले हरदोई में एक तांत्रिक के पास पहुंची जिसने उसे उस समय सुझाव दिया कि अगर वह गर्भधारण करना चाहती है तो एक बच्चे की बलि दे सकती है। अपने खुद के एक बच्चे को पाने की सता में, उसने शक्तिमान को खुश करने के लिए पड़ोसी के बेटे को मारने का फैसला किया। वह मृतक बच्चे और परिवार से हर रोज मिला जुला करती थी। बच्चा भी कई बार उनके घर पर आया जाया करता था। उसने जब छत पर पियूष को अकेला देखा,तभी उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी थी।