Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज यानी गुरुवार को कुछ समय पहले ही साल 2024-25 का अंतरिम बजट पेश कर दिया है। इस बार के बजट में वित्त मंत्री ने देश की आम जनता को निराश किया है और उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। बता दें कि इस बार के बजट (Budget 2024) में राजकोषीय घाटा, सकल घरेलू उत्पाद के 5.1 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया है। पिछले वित्त वर्ष में 5.8 प्रतिशत था। राजकोषीय घाटा एक वित्त वर्ष में सरकार के कुल राजस्व (आय) और कुल व्यय के बीच का अंतर होता है। घाटा होने का कारण है कि सरकार अपनी कमाई से अधिक खर्च करती है।
राजकोषीय घाटा GDP का 5.1 प्रतिशत रहने का अनुमान
वित्त मंत्री सीतारमण ने लोकसभा में बजट पेश करते हुए कहा कि, 2021-22 में अपने बजट भाषण में 2025-26 तक राजकोषीय घाटे को 4.5 प्रतिशत से कम लाने की घोषणा के अनुरूप ही राजकोषीय समेकन की राह पर आगे बढ़ रहे हैं। उसी राह पर चलते हुए 2024-25 का राजकोषीय घाटा जीडीपी का 5.1 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
सरकार की कुल उधारी में आई कमी
वित्त मंत्री ने बताया कि, सरकार की कुल उधारी में कमी आई है। कुल व्यय (संशोधित) 44.90 लाख करोड़ रहा। उधार को छोड़ कर कुल आय 27.56 लाख करोड़ रही। इसमें वित्त वर्ष 23-24 के लिए कर से आय 23.24 लाख करोड़ है। वित्त वर्ष 24-25 के लिए सकल बाजार उधार 14.13 लाख करोड़ अनुमानित है।
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