धमतरी: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भरोसे का बजट से नगर सैनिकों के मानदेय में सबसे अधिक वृद्धि हुई है। 6300 से 6420 रुपये की बढ़ोत्तरी होने से उनके चेहरे खिल गए है। वहीं मितानिनों, स्कूल सफाई कर्मचारियों, कोटवारों, ग्राम पटेलों, मध्यान्ह भोजन रसोईयों, गोठानों के अध्यक्षों व सदस्यों को भी आंशिक राहत मिली है। इन लोगों ने इस बजट पर चर्चा करते हुए भरोसे का बजट बताया है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छह मार्च को साढ़े 12 बजे वर्ष 2023 के लिए भरोसे का बजट पेश किया। इस बजट में नगर सैनिकों के मानदेय में 6300 से 6420 रुपये की बढ़ोत्तरी की है, इसका लाभ धमतरी जिले में पदस्थ करीब 200 से अधिक नगर सैनिकों को मिलेगा। कलेक्ट्रेट कार्यालय में ड्यूटी कर रहे महिला-पुरूष नगर सैनिकों ने चर्चा में बताया कि वास्तव में भरोसे का बजट है। नौकरी के सालों बाद उनके लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोचा। पिछले कई सालों से उन्हें सिर्फ 13200 रुपये मिल रहा था, इसके अलावा कुछ भी नहीं। इस राशि से परिवार चलाना मुश्किल था, लेकिन अब मानदेय बढ़ने से उन्हें हर माह 19500 रुपये मिलेगा, जो फिलहाल संतोषजनक है। भविष्य में मध्यप्रदेश के नगर सैनिकों की तरह छत्तीसगढ़ सरकार उनके लिए डीए की घोषणा करेंगे, उन्हें उम्मीद है।
12 साल में 2800 रुपये मानदेय का सफर –
धमतरी जिले में 1400 से अधिक प्राथमिक, माध्यमिक, हाई और हायर सेकेंडरी स्कूल संचालित है। इन स्कूलों में पिछले 12 सालों से साफ-सफाई के लिए अंशकालिन स्कूल सफाई कर्मचारी कार्यरत है, जिन्हें वर्तमान में 2300 रुपये मानदेय मिलता है। धमतरी जिले में स्कूल सफाई कर्मचारियों की संख्या 1500 के करीब है। मुख्यमंत्री के भरोसे का बजट में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अंशकालिन स्कूल सफाई कर्मचारियों के मानदेय में 500 रुपये बढ़ाया है। अब इनकों 2800 रुपये मिलेगा। इस संबंध में अंशकालिन स्कूल सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष पुरूषोत्तम कुमार साहू ने बताया कि मानदेय बढ़ने से आंशिक राहत है, लेकिन 12 सालों की नौकरी में यह मानदेय उंट के मुंह में जीरा के सामान है।
2635 मध्यान्ह भोजन रसोईया को मिलेगा लाभ –
धमतरी जिले के प्राथमिक व माध्यमिक स्कूलों में कुल 2635 रसोईया कार्यरत है। वर्तमान में इन महिलाओं को शासन से प्रतिमाह 1500 रुपये मिलता है। बजट में 300 रुपये बढ़ाकर इनका मानदेय 1800 रुपये किया गया है।
250 से अधिक कोटवारों को मिलेगा लाभ –
जिले के धमतरी, कुरूद, नगरी और मगरलोड में कुल 370 ग्राम पंचायतें है। इन पंचायतों में महिला-पुरूष कोटवार पदस्थ है। कोटवारों के मानदेय में 750 रुपये लेकर 1500 रुपये तक की बढ़ोत्तरी हुई है। कोटवारों का अलग-अलग मानदेय है, क्योंकि कई कोटवारों को पंचायतों में सेवा भूमि भी मिला हुआ है। इसी तरह ग्राम पंचायतों में 370 ग्राम पटेल पदस्थ है, जिन्हें अब 2000 की जगह 3000 रुपये मानदेय मिलेगा। वहीं धमतरी जिले में कुल 348 गोठान समिति है। इन समितियों के अध्यक्षों को प्रतिमाह 750 रुपये मिलेगा। साथ ही सदस्यों को 500 रुपये मानदेय दिया जाएगा।
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मितानिनों को 2200 रुपये प्रोत्साहन राशि –
संस्थागत प्रसव, टीकाकरण, गर्भवती जांच समेत अन्य स्वास्थ्य सुविधा के लिए सेवा प्रदान करने वाले जिले के मितानिनों को अब शासन से प्रतिमाह 2200 रुपये प्रोत्साहन राशि दिया जाएगा। धमतरी जिले में बड़ी संख्या में मितानिनें कार्यरत है। इससे पहले मितानिनों को टीकाकरण व प्रसव के आधार पर राशि मिलता था। मितानिनों का आरोप है कि उन्हें हर माह 5000 रुपये देने का घोषणा हुआ था, लेकिन सिर्फ 2200 रुपये दिया जा रहा है। इससे उनमें थोड़ी नाराजगी भी है।
70 हजार बेरोजगारों का पंजीयन –
जिला रोजगार कार्यालय धमतरी के अनुसार धमतरी जिले में शुरू से अब तक करीब 70 हजार से अधिक महिला-पुरूष, युवक-युवती शिक्षित बेरोजगार पंजीकृत है, जिन्हें नौकरी की तलाश है। राज्य शासन ने 18 से 35 वर्ष के बेरोजगारों के लिए बेरोजगारी भत्ता की घोषणा की है। प्रतिमाह 2500 रुपये भत्ता मिलेगा। 70 हजार बेरोजगारों में से शासन के गाइड-लाइन के अनुसार पात्र बेरोजगारों को भत्ता का लाभ मिलेगा। बेरोजगारी भत्ता की घोषणा बजट में होने से बेरोजगारों में खुशी है।
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