Budget 2022: बेरोजगारी, महंगाई झेल रहे आम लोगों के लिए बजट में कुछ नहींः मामता बनर्जी

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नई दिल्लीः वित्तमंत्री निर्माला सीतारमण ने आज देश का चौथा बजट (Budget) पेश किया । इस बजट में डिजिटल करेंसी, पोस्ट ऑफिस को कोर बैंकिंग से जोड़ने, विदेश यात्रा सुगम बनाने के लिए ई-पासपोर्ट सेवा शुरू करने जैसी तमाम अहम और बड़ी घोषणाएं हुईं। इस बजट के पेश होने के बाद अब कुछ सामान महंगा हो जाएगा तो कुछ सामान सस्ता। परंपरा में बदलाव, पेपरलेस बजट और सबसे लंबा भाषण देने सहित कई रिकॉर्ड बनाने के बाद केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को संसद में अपना चौथा आम बजट पेश किया।

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बता दें कि आम आदमी यानी मिडिल क्लास की उम्मीदें हर बार की तरह इस बार भी टैक्स में राहत मिलने से ही जुड़ी थीं। लेकिन Budget 2022-23 में टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसके बाद से सोशल मीडिया पर लोगों ने अपनी पीड़ा ज़ाहिर करनी शुरू कर दी है और देखते ही देखते मीम्स की बाढ़ आ गई है। एक ओर जहां केंद्रीय मंत्री और नेता इसे आत्मनिर्भर भारत का बजट बता रहे हैं, तो वहीं विपक्ष ने इस बजट पर निराशा जताई है।

वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बजट-2022 पर निराशा जताई है। बनर्जी का कहना है कि बेरोज़गारी और महंगाई की मार झेल रहे आम लोगों के लिए बजट में कुछ भी नहीं है। उन्होंने अपने एक ट्वीट में बजट को ”पेगासस स्पिन बजट” करार दिया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा है, ”बेरोज़गारी और महंगाई से कुचले जा रहे आम लोगों के लिए बजट में कुछ नहीं है, सरकार बड़ी-बड़ी बातों में खो गई है, जिसका कोई मतलब नहीं है, ये एक पेगासस स्पिन बजट है।”

कांग्रेस ने की बजट की आलोचना

वहीं कांग्रेस पार्टी के सीनियर नेता और लोकसभा सांसद नेता शशि थरूर ने आम बजट की आलोचना की है। शशि थरूर ने संसद के बाहर मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह बजट बहुत ही निराशाजनक है और इसमें कुछ भी नहीं है। शशि थरूर ने कहा, ”मैंने जो भाषण में सुना उसमें न तो मनरेगा की बात है और न ही रक्षा क्षेत्र की। लोग जिन समस्याओं से जूझ रहे हैं, उनकी बात भी नहीं है. महंगाई लगातार बढ़ रही है लेकिन मध्यम वर्ग को इनकम टैक्स में कोई राहत नहीं दी गई है. अभी 25 साल और इंतज़ार करना होगा, अच्छे दिन आने के लिए. गति शक्ति और डिज़िटल करेंसी की बात नारे के अलावा कुछ भी नहीं है।”

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