लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने शुक्रवार को अपने जन्मदिन पर उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड में बिना किसी गठबंधन के अकेले ही चुनाव लड़ने की घोषणा की।
मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड के विधानसभा चुनाव में बसपा अकेले अपने बलबूते पर चुनाव लड़ेगी और अपनी सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि हमें गठबंधन से नुकसान होता है। बसपा इससे पहले बिहार में छोटे दलों के साथ चुनावी तालमेल कर चुकी है। लेकिन, अब मायावती ने इन दो राज्यों में अकेले ही पार्टी उम्मीदवार खड़े करने का निर्णय किया है।
इस दौरान मायावती ने विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा। साथ ही केन्द्र सरकार से दिल्ली की सीमाओं पर आन्दोलनरत किसानों की सभी मांगों को मानने की अपील की। उन्होंने कहा कि अपने जन्मदिन के मौके पर मैं केन्द्र सरकार से आग्रह करती हूं कि किसानों की सभी मांगों को मान लेना चाहिए जिसमें तीन कृषि कानूनों को वापस लेना विशेष है। उन्होंने कहा कि किसान अपने हित और अहित को अच्छी तरह से समझते हैं।
इसके साथ ही बसपा सुप्रीमो ने देश में कल शनिवार से शुरू हो रहे कोरोना टीकाकरण अभियान का स्वागत करते हुए कहा कि हमारी पार्टी का विशेष अनुरोध है कि केन्द्र सरकार कोरोना वैक्सीन मुफ्त में दे। अगर केन्द्र सरकार हमारे इस अनुरोध को स्वीकार नहीं करती है तो सभी राज्य सरकारों को ये सुविधा मुफ्त में देनी चाहिए। वहीं अगर केन्द्र और उत्तर प्रदेश की वर्तमान भाजपा सरकार यहां के आम लोगों को टीकाकरण की सुविधा मुफ्त में नहीं देती तो इस बार यहां बसपा की सरकार बनने पर ये सुविधा मुफ्त में दी जाएगी
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इस मौके पर बसपा सुप्रीमो ने स्वलिखित पुस्तक मेरे संघर्षमय जीवन एवं बीएसपी मूवमेन्ट का सफरनामा, भाग-16 व इसका अंग्रेजी संस्करण ए ट्रैवलाग ऑफ माई स्ट्रगल रिडेन लाइफ ऐंड बीएसपी मूवमेंट’ का विमोचन किया।