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भगवान बुद्ध के आदर्शों पर चलने की सीख देता है बुद्ध पूर्णिमा का पर्व

धमतरी: शहर के बठेना वार्ड में शुक्रवार को भगवान बुद्ध की जयंती श्रद्धापूर्वक मनाई गई। बहुजन समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष आशीष रात्रे ने बताया कि भगवान बुद्ध ने दुनिया को शांति का संदेश दिया। उनकी वजह से ही भारत को जगत गुरु के रूप में जाना जाता है। तथागत भगवान बुद्ध ने संसार को शांति, करुणा व मैत्री का अनमोल मंत्र दिया। इस अवसर पर बसपा जिला महासचिव अशोक मेश्राम, शहर अध्यक्ष ठाकुर प्रसाद गुप्ता, आरपी संभाकर, संतराम साहू, पूनत साहू समेत कई लोग मौजूद रहे। महात्मा बुद्ध का जन्म वैशाख माह की पूर्णिमा को हुआ था और इस महीने की पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा कहा जाता है। जानकारों का मत है कि भगवान बुद्ध का जन्म 563-483 ई.पू. के मध्य लुम्बिनी में हुआ था, जो आज नेपाल का हिस्सा है। भगवान विष्णु के नौंवे अवतार हैं महात्मा बुद्ध - पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, महात्मा बुद्ध को भगवान विष्णु का नौवां अवतार माना गया है। इस दिन लोग व्रत-उपवास करते हैं। बौद्ध और हिंदू धर्म के लोग बुद्ध पूर्णिमा को आस्था पूर्वक मनाते हैं। बुद्ध पूर्णिमा का पर्व लोगों को तथागत बुद्ध के आदर्शों व धर्म की राह पर चलने की प्रेरणा देता है। यह पर्व सभी को शांति का संदेश देता है। बौद्ध धर्म के अनुयायी इस दिन बोधगया जाकर पूजापाठ करते हैं। लोग बोधिवृक्ष की पूजा करते हैं। बोधिवृक्ष पीपल का पेड़ होता है और इस दिन इसकी पूजा करने का विशेष धार्मिक महत्व माना गया है। वृक्ष पर दूध और इत्र मिला हुआ जल चढ़ाया जाता है। सरसों के तेल का दीपक पीपल के पेड़ पर जलाया जाता है। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)