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न्यूज चैनलों के पत्रकारों का बहिष्कार घमंडिया गठबंधन की तानाशाही-भाजपा

India alliance मुंबईः देश के प्रमुख समाचार चैनलों के प्रतिष्ठित पत्रकारों (journalists) का बहिष्कार कर विपक्ष की अहंकारी अघाड़ी ने मीडिया की स्वतंत्रता का दमन कर अपनी तानाशाही मानसिकता का परिचय दिया है। ये बयान बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्याय ने दिया। केशव उपाध्याय ने शुक्रवार को मुंबई में पत्रकारों से कहा कि भारत अघाड़ी ने समाचार चैनलों के पत्रकारों के बहिष्कार का जो निर्णय लिया है, वह पत्रकारिता क्षेत्र के लिए सीधा खतरा है। पत्रकारों और संपादकों के संगठनों को इसे गंभीरता से लेना चाहिए और एकजुट होकर तानाशाही मानसिकता के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए। केशव उपाध्याय ने कहा कि देश के प्रतिष्ठित पत्रकारों (journalists) के बहिष्कार की घोषणा कर इस गठबंधन ने पत्रकारिता क्षेत्र को एक बार फिर आपातकाल की याद दिला दी है। कांग्रेस ने सदैव स्वार्थवश पत्रकारिता के क्षेत्र का दुरुपयोग किया है। नेशनल हेराल्ड का उपयोग इसी तरह एक ही परिवार द्वारा किया जाता था। आपातकाल के दौरान कांग्रेस ने पत्रकारों की आजादी छीन ली थी। आपातकाल के दौरान सैकड़ों पत्रकारों को जेल में डाल दिया गया था। ये भी पढ़ें..नोएडा में 2.5 करोड़ की 10 गाड़िया बरामद, लग्जरी कारें चुराने वाले चढ़े पुलिस के हत्थे सरकार विरोधी साहित्य के प्रकाशन और वितरण के लिए तीन हजार अदालती मामले दायर किये गये। कांग्रेस के साथ आए उद्धव ठाकरे जब मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने एबीपी के राहुल कुलकर्णी और रिपब्लिक टीवी के अर्नब गोस्वामी को झूठे आरोप में गिरफ्तार कराया था। इस अवसर पर भाजपा मीडिया विभाग प्रमुख नवनाथ बाण, प्रवक्ता भालचंद शिरसाट, पंकज मोदी आदि उपस्थित थे। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)