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टोक्यो ओलंपिक : मुक्केबाज मैरीकॉम ने जीते के साथ किया आगाज, जगाई मेडल की आस

टोक्यो: लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली भारत की दिग्गज महिला मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम ने रविवार को टोक्यो ओलंपिक फ्लाईवेट कटेगरी में पहली बाधा आसानी से पार कर प्री-क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है। 6 बार की वर्ल्ड चैंपियन मैरी कॉम ने डॉमिनिक रिपब्लिक की महिला बॉक्सर के खिलाफ मुकाबला जीत लिया है। इसी के साथ मैरीकॉम भारत के लिए मेडल की आस जगा दी है। मैरीकॉम ने महिलाओं के 51 किलोग्राम भार वर्ग में बॉक्सिंग के राउंड ऑफ 32 का मुकाबला 4-1 से जीता।

मैरीकॉम ने अपने पहले मुकाबले की शुरुआत सोची समझी रणनीति के साथ की। उन्होंने पूरे मुकाबले में अपने अनुभव का भरपूर इस्तेमाल करते हुए मुकाबला जीता। 3 राउंड के मुकाबले में मैरीकॉम ने पहला राउंड संभलकर खेला। इस राउंड में उन्होंने सारा फोकस अपनी एनर्जी बचाकर रखने पर किया और सिर्फ मौका मिलने पर ही विरोधी पर हमला करती दिखी।

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दूसरे राउंड में मैरीकॉम थोड़ी आक्रामक हमले करती दिखी। हालांकि, इस क्रम में विरोधी बॉक्सर से भी उन्हें कड़ी टक्कर मिली। डॉमिनिक रिपब्लिक की बॉक्सर ने भी मैरीकॉम के हमलों का जवाब दूसरे राउंड में भरपूर दिया। जिसके चलते ये राउंड फिफ्टी-फिफ्टी का रहा। यानी 2 जज ने दोनों खिलाड़ियों 10-10 अंक दिया।

वहीं तीसरे राउंड में मैरीकॉम का दबदबा देखने को मिला। इस राउंड में उन्होंने विरोधी बॉक्सर पर मुक्कों की बौछार कर दी। मैरीकॉम ने इस राउंड में आक्रामक बॉक्सिंग के जरिए जीतने के लिए ने अपनी पूरी ताकत के साथ अपने अनुभव को झोंक दिया। जिसके चलते उन्हें टोक्यो ओलिंपिक की रिंग में पहली जीत हासिल हुई।

बता दें कि सुपर मॉम मैरीकॉम ने लंदन ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। टोक्यो ओलंपिक को उनका आखिरी ओलिंपिक माना जा रहा है। ऐसे में मैरी अपने आखिरी ओलिंपिक को यादगार बनाना चाहेंगी और इस बार मैरीकॉम ब्रॉन्ज मेडल को गोल्ड मेडल में बदलना चाहेंगी।