लखनऊ: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में बोन मैरो ट्रांसप्लांट के क्षेत्र में एक नया अध्याय जुड़ गया है। आज, राजभवन, लखनऊ में एक समारोह में केजीएमयू, आदित्य बिड़ला कैपिटल फाउंडेशन और कैनकिड्स सोसाइटी के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौते के तहत, सीएसआर फंड के माध्यम से केजीएमयू में एक अत्याधुनिक बोन मैरो ट्रांसप्लांट यूनिट स्थापित की जाएगी।
सैकड़ों गरीब रोगियों को होगा फायदा
यह पहल केजीएमयू की कुलपति, प्रोफेसर सोनिया नित्यानंद के नेतृत्व में संभव हुई है। प्रो. नित्यानंद ने वर्ष 1999 में उत्तर प्रदेश राज्य का पहला सफल बोन मैरो ट्रांसप्लांट किया था और तब से इस क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने केजीएमयू में किडनी ट्रांसप्लांट कार्यक्रम और बोन मैरो ट्रांसप्लांट कार्यक्रम को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इस नए बोन मैरो ट्रांसप्लांट यूनिट के स्थापित होने से राज्य के सैकड़ों गरीब रक्त विकार रोगियों को बहुत कम दरों पर उपचार प्राप्त होगा। इस यूनिट में प्रत्यारोपण की लागत काफी कम होगी।
प्रो. नित्यानंद ने दिए थे ये आदेश
प्रो. नित्यानंद ने बताया कि इस यूनिट की स्थापना के लिए उन्होंने 2.75 करोड़ रुपये की लागत से आवश्यक बुनियादी ढांचे और सुविधाओं को पूरी तरह से वित्तपोषित करने के लिए आदित्य बिड़ला कैपिटल फाउंडेशन और कैनकिड्स सोसाइटी से अनुरोध किया था।
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इसके अलावा, प्रो. नित्यानंद ने केजीएमयू में एक वार्ड को आईसीयू में बदलने का निर्देश दिया था, जो अब सभी आवश्यक सुविधाओं के साथ पूर्ण हो गया है और 27 सितंबर 2024 को कुलपति द्वारा इसका उद्घाटन किया जा चुका है। यह आईसीयू गुर्दे के प्रत्यारोपण के लिए आवश्यक है।
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