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Father’s Day 2023: फादर्स डे पर पापा के साथ देखें ये मूवीज, बाॅन्डिंग होगी मजबूत

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Bollywood movies on Father’s Day : नई दिल्लीः कहते हैं फिल्में समाज का आईना होती हैं। हिंदी फिल्मों ने मां की ममता को बड़े पर्दे पर बखूबी उतारा तो पिता के समर्पण को भी कहानी में पिरोकर पेश किया। इन फिल्मों ने दर्शकों को कभी हंसाया तो कभी रूलाया भी, लेकिन हर बार दिल को छुआ। तो आइए, इस फादर्स डे (Father’s Day 2023) पर अपने पिता के साथ देखें बाॅलीवुड की कुछ बेहतरीन फिल्में। पिता और बच्चों के अनमोल रिश्ते पर बनीं ये फिल्में आपके पिता को भी काफी पसंद आएंगी।

पीकू 

अमिताभ बच्चन और दीपिका पादुकोण की फिल्म पिता और बेटी की बाॅन्डिंग को पर्दे पर बखूबी पेश करती है। फिल्म 2015 में रिलीज हुई थी। अपने पिता के लिए पीकू ही उनका साथ है, तो वहीं पीकू के लिए भी उनके पापा ही पूरा संसार है। फिल्म उस समय दर्शकों को काफी पसंद आई थी। फादर्स डे (Father’s Day 2023) के मौके पर आप अपने पिता के साथ पीकू देखें। फिल्म में एक पिता और बेटी की खूबसूरत कहानी को देखकर आपके पापा को काफी अच्छा लगेगा।

अकेले हम अकेले तुम 

आमिर खान और मनीषा कोईराला की फिल्म अकेले हम अकेले तुम 1995 में रिलीज हुई थी। फिल्म सिंगल फादर की परेशानियों और जिम्मेदारियों पर बनी है। वह अपने बच्चे के लिए अपने सपनों को भी भूल जाता है और अपने बच्चे की बेहतर परवरिश के लिए अपनी जी-जान लगा देता है। यही इस फिल्म की कहानी है।

विरुद्ध 

साल 2005 में आई फिल्म विरुद्ध बेटे को न्याय दिलाने के लिए एक पिता की लड़ाई की कहानी है। बेटे के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए एक पिता किस तरह पूरे सिस्टम से लड़ता है, यह फिल्म में दिखाया गया है। फिल्म में अमिताभ बच्चन पिता की भूमिका निभाई है, तो वहीं जाॅन अब्राहम बेटा बने हैं।

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जर्सी 

शाहिद कपूर की फिल्म जर्सी पिछले साल रिलीज हुई थी। हालांकि फिल्म कुछ खास कमाल तो नहीं कर सकी, लेकिन फिल्म में पिता और बेटे के कहानी ने दर्शकों के दिलों को जरूर छुआ। किस तरह अपने बेटे की इच्छा को पूरा करने के लिए एक पिता अपनी हदों से गुजर जाता है, यह फिल्म में संजीदगी से दिखाया गया है।

दंगल 

आमिर खान की फिल्म दंगल रिलीज होते ही धूम मचा दी थी। अपनी बेटियों को सफलता के मुहाने तक पहुंचाने के लिए एक पिता कितना संघर्ष करता है, साथ ही वह जरूरत पड़ने पर अपने बच्चों का गुरु भी बन सकता है। फिल्म में एक पिता और उनकी बेटियों के रिश्तों के उतार-चढ़ाव को कहानी में पेश किया गया है।

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