चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि सभी खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र के ग्राम सचिवों और सरपंचों से परामर्श कर अपने गांव की ‘ग्राम पंचायत विकास योजना’ (जीपीडीपी) तैयार करें और इसे पोर्टल पर अपलोड करें।
मुख्यमंत्री रविवार को चंडीगढ़ के हरियाणा निवास में प्रखंड विकास एवं पंचायत अधिकारियों के नये बैच को चयनित एवं नियुक्त अधिकारियों से परिचय कराने के बाद संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों को ईमानदारी और पारदर्शिता से काम करने के लिए प्रेरित किया। मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त प्रखंड विकास एवं पंचायत अधिकारियों को राज्य सरकार की विकासात्मक योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि अब आपकी बारी है कि आप अपनी प्रतिभा को पारदर्शी एवं ईमानदार तरीके से क्रियान्वित कर दिखायें।
उन्होंने पंचायत समिति एवं ग्राम पंचायत के साथ समन्वय बनाकर तटस्थ भाव से कार्य करने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि यदि कोई अधिकारी कोई नवीन विचार सोचता है तो उसे अपने वरिष्ठ अधिकारियों से अवश्य साझा करें ताकि विश्वसनीयता मिले तो उसे पूरे प्रदेश में लागू किया जा सके। मुख्यमंत्री ने ग्राम स्तर पर राज्य सरकार की प्राथमिकताओं का उल्लेख करते हुए कहा कि गांवों में तालाबों की सफाई, शिवधाम का रख-रखाव, पार्क-व्यायामशाला एवं वेलनेस सेंटर आदि का निर्माण किया जा रहा है, ऐसे में सभी ग्रामीण नवनियुक्त प्रखंड विकास पंचायत पदाधिकारी कार्यों में रुचि लेकर कार्य करें।
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मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी. उमाशंकर ने नये प्रखंड विकास पंचायत अधिकारियों को ग्राम स्तरीय परिवार पहचान पत्र के लंबित पंजीयन कार्य को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिये. उन्होंने सरपंचों व ग्राम सचिव के साथ बैठक कर स्वामित्व योजना के तहत संपत्ति पहचान पत्रों के पंजीयन में तेजी लाने के भी निर्देश दिये।
उल्लेखनीय है कि प्रखंड विकास पंचायत अधिकारियों के वर्ष 2023 बैच में कुल 46 प्रखंड विकास एवं पंचायत अधिकारियों का चयन किया गया है। इनमें एमबीबीएस डॉक्टर से लेकर एमटेक, एमएससी, लॉ डिग्री धारकों के अलावा केंद्रीय सेवाओं के अधिकारी शामिल हैं।
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