स्वतंत्रता दिवस पर विस्फोट की साजिश बेनकाब, एटीएस के हत्थे चढ़ा आईएस का संदिग्ध आतंकी

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने मंगलवार को स्वतंत्रता दिवस से पहले एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने का दावा किया और आजमगढ़ जिले से एक युवक को कथित तौर पर आईएसआईएस आतंकी समूह से जुड़े होने के आरोप में गिरफ्तार किया है।

एटीएस के एक प्रवक्ता ने कहा, मुबारकपुर थाना अंतर्गत महमूदपुरा इलाके के रहने वाले सबाउद्दीन आजमी उर्फ सबाउद्दीन उर्फ सबाहू को एजेंसी ने गिरफ्तार कर लिया है और उसकी शिनाख्त पर इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) तैयार करने के लिए जरूरी कच्चा माल भी बरामद किया गया है। एटीएस के मुताबिक, संदिग्ध आतंकी एक राजनैतिक दल की आड़ में आतंकी गतिविधियों में शामिल था। स्बाउद्दीन आजमी उर्फ सबाहुद्दीन उर्फ सबाहु उर्फ दिलावर खान उर्फ बैरम खान उर्फ आजर पुत्र जफर आजम आजमगढ़ के मुबाकरपुर थाना क्षेत्र के वार्ड नम्बर -9 मेहमूदापुरा का रहने वाला है।

उन्होंने दावा किया कि सबाहू, जिसके आईएसआईएस के साथ संबंध हैं, स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विस्फोट करने की योजना बना रहा था। उन्होंने कहा कि डीजीपी के निर्देश पर और एडीजी (कानून व्यवस्था) की निगरानी में एटीएस की सभी टीमों द्वारा स्वतंत्रता दिवस की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए कट्टरपंथी व अराजकतत्वों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।

एटीएस के प्रवक्ता ने बताया कि उन्होंने कहा कि आरोपी को एटीएस मुख्यालय लाया गया जहां पूछताछ के दौरान और उसके मोबाइल डेटा के माध्यम से एजेंसी को सबूत मिले कि वह सोशल मीडिया चैनल अल-सकर मीडिया से जुड़ा था, जिसे प्रतिबंधित आतंकी संगठन आईएसआईएस ने ब्रेनवॉश करने के लिए बनाया है। मुस्लिम युवाओं को आतंक और जिहाद के लिए। उन्होंने कहा, फिलहाल सबहू एआईएमआईएम के सदस्य हैं।

फेसबुक के जरिए आतंकियों के आया करीब

एडीजी ने बताया कि आरोपी सबाउद्दीन के मोबाइल डेटा खंगाले जाने पर पता चला कि वह मुस्लिम युवकों का ब्रेनवाश करने के लिए बनाया गया टेलीग्राम चैनल से जुड़ा था और उसमें पोस्ट होने वाली प्रचार सामग्री को अन्य लोगों तक पहुंचाता था। आईएसआईएस के शीर्ष सदस्यों के संपर्क में था सबाउद्दीन
सबाउद्दीन ने पुछताछ में बताया है कि वह बिलाल नाम के व्यक्ति से फेसबुक पर जुड़ा था। बिलाल उससे जिहाद और कश्मीर में मुजाहिदों पर हो रही कार्रवाई के बारे में बात किया करता था। बातों-बातों में ही बिलाल ने मूसा उर्फ खत्ताब कश्मीरी का नम्बर दिया जो ISISका सदस्य है, जिससे सबाउद्दीन की बात होने लगी थी। कश्मीर में मुजाहिदों पर हो रहे जुल्मों का बदला लेने की योजना के के बारे में मूसा ने आइएसआईएस के अबू बकर अल-शामी का नम्बर दिया जो वर्तमान में सीरिया में है।

आईएसआईएस जैसा संगठन बनाने की कोशिश

अबू बकर अल शामी के सम्पर्क में आने के उपरान्त सबाउद्दीन ने मुजाहिदों पर हो रही कार्रवाई का बदला लेने के लिए भारत में भी आईएसआईएस जैसा संगठन खड़ा करने तथा आईईडी बनाने के सम्बंध में जानकारी की। शामी ने सबाउद्दीन को आईईडी बनाने की विधि व आवश्यक सामग्री से अवगत कराया। इसके अलावा शामी ने ही सबाहुद्दीन का सम्पर्क आईएसआईएस रिक्रूटर अबू उमर जो मुर्तानिया का रहने वाला है, से करवाया।

आरएसएस के सदस्य थे निशाने पर

अबू उमर सोशल मीडिया के माध्यम से हैंड ग्रेनेड, बम आईईडी बनाने की ट्रेनिंग देता था। इसके अलावा मुजाहिद्दीन संगठन तैयार कर भारत में इस्तामिक स्टेट स्थापित करने तथा भारत में इस्लामी हुकूमत एवं शरिया कानून लागू कराने की योजना पर काम करने लगा। सबाउद्दीन ने संघ से जुड़े सदस्यों को अपनी हिट लिस्ट में शामिल किया हुआ था। इसके लिए बकायदा उसने आरएसएस के नाम से ईमेल आईडी बनाई व उससे फेसबुक अकाउंट बनाकर उन्हें टारगेट करने की योजना पर भी काम कर रहा था।

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