रेमडेसिविर की कालाबाजारी का भंडाफोड़, पुलिस के हत्थे चढ़े छह आरोपित

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मेरठः पुलिस ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी का भंड़ाफोड़ करते हुए आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने सुभारती मेडिकल काॅलेज के वार्ड ब्वाॅय से तीमारदार बनकर इंजेक्शन खरीदे थे। कोविड वार्ड के वार्ड ब्वाॅय ने 25 हजार रुपए में यह इंजेक्शन बेचा था। आरोपितों को पकड़ने पर सुभारती मेडिकल काॅलेज के गार्डों ने पुलिस पर हमले की कोशिश की। पुलिस ने हमले के छह आरोपितों को पकड़ लिया है।

पुलिस को कई दिनों से कई मेडिकल काॅलेज व प्राइवेट अस्पतालों द्वारा कर्मचारियों की मिलीभगत से रेमडेसिविर इंजेक्शन को ब्लैक में बेचने की सूचना मिल रही थी। इस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय साहनी द्वारा सर्विलांस सेल टीम, थाना देहली गेट और थाना जानी पुलिस को लगाया था। इस ऑपरेशन का जिम्मा पुलिस अधीक्षक देहात केशव कुमार को सौंपा गया था। पुलिसकर्मी तीमारदार बनकर सात दिन से सुभारती मेडिकल काॅलेज से रमेडेसिविर इंजेक्शन खरीदने की बात कर रहे थे। पुलिसकर्मियों द्वारा आबिद नामक व्यक्ति से 32000 रुपए में सौदेबाजी हो रही थे, जो 25000 में तय हो गई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि देर रात पुलिस टीम सुभारती मेडिकल काॅलेज पहुंच गई। सुभारती मेडिकल काॅलेज के कोविड वार्ड के नर्सिग कर्मचारी द्वारा पुलिस को काॅलेज के मुख्य द्वार पर इंजेक्शन देने के लिए बुलाया। कर्मचारी ने 25000 रुपए लेकर एक रेमडेसिविर इंजेक्शन प्राइवेट कपड़ो में तैनात पुलिस कर्मचारियो को बेच दिया। जब और इंजेक्शन की मांग की गयी तो इन कर्मचारियो द्वारा तीन इंजेक्शन अगले दिन देने का विश्वास दिलाया गया। इस दौरान शक होने पर यह कर्मचारी भागकर आईसीयू में जाकर छिप गए। पुलिस ने उन्हें वहां से पकड़ लिया। इस बीच वहां मौजूद सुभारती काॅलेज के गार्ड व बाउंसरों द्वारा पुलिस को घेरने की कोशिश की और गेट बंद कर दिया गया। पुलिस ने सख्ती करते हुए सरकारी कार्य में बाधा डालने पर मौके से छह बांउसर व गार्ड को भी गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों के पास से 25 हजार रुपए नकद और एक रेमडेसिविर इंजेक्शन बरामद हुआ।

गाजियाबाद के मरीज को आवंटित हुआ था इंजेक्शन
पुलिस को पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि यह इंजेक्शन 22 अप्रैल को कविनगर जनपद गाजियाबाद के निवासी कोरोना मरीज को अलॉट किया गया था। लेकिन 23 अप्रैल को मरीज की मृत्यु हो जाने के बाद उन्हांेने यह इंजेक्शन 25000 रुपए में बेचना तय किया। जबकि इंजेक्शन की एमआरपी 2450 रुपए है।

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इन आठ लोगों को किया गया गिरफ्तार
पुलिस ने नर्सिंग स्टाफ अंकित शर्मा निवासी मल्लापुर थाना रोहटा, आबिर खाुन निवासी सिसौला कलां, गार्ड रहीश निवासी लखवाया, गौरव कुमार निवासी चरला, अमित कुमार निवासी बहादुरपुर, रोहित कुमार निवासी हजूराबाद गढ़ी, महेंद्र सिंह निवासी चीलक थाना शिकारपुर बुलंदशहर और अनिल कुमार निवासी उलेढ़ा थाना गुलावठी को गिरफ्तार किया है। एसएसपी का कहना है कि रेमडेसिविर समेत किसी भी प्रकार की दवा की कालाबाजारी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।