ग्रेटर नोएडा: भारतीय किसान यूनियन के किसानों की मांगों को लेकर ग्रेटर नोएडा में यमुना एक्सप्रेसवे के ज़ीरो पॉइंट पर धरना चल रहा है। यह अनिश्चितकालीन धरना सोमवार को शुरू हुआ। शुक्रवार को भी धरना प्रदर्शन में बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे। किसान नेताओं पर दर्ज हुई एफआईआर को लेकर किसानों में काफी गुस्सा है।
किसानों पर दबाव बनाने की कोशिश की जा रही
किसानों का कहना है कि एफआईआर दर्ज कर दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है। ताकि किसान विरोध प्रदर्शन बंद कर दें। कोर्ट के आदेश के बाद नोएडा के थाना 49 में भारतीय किसान यूनियन पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष पवन खटाना और राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी सुभाष चौधरी समेत नौ लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। इसे लेकर धरने पर बैठे किसानों में जबरदस्त गुस्सा था। यह। पवन खटाना ने कहा कि प्रशासन उन पर दबाव बनाकर धरना खत्म कराना चाहता है। उन्होंने भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं से कहा कि सभी लोग थाना सेक्टर 49 पहुंचें और उसका घेराव करें। जिसके बाद बड़ी संख्या में किसान 49 थाने पहुंचे और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। मौके पर पहुंचकर एडीसीपी और एसीपी ने सभी को समझाने की कोशिश की। पवन खटाना ने कहा कि हम शुरू से ही संघर्ष करते हुए आये हैं।
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बच्चों के लिए 50 प्रतिशत कोटा अनिवार्य किया जाए-किसान
प्रशासन चाहे कुछ भी कर ले, हम हमेशा किसानों की आवाज उठाते रहेंगे। इसके लिए अगर हमें जेल भी जाना पड़े तो हम जेल जाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारी किसानों को तुरंत 10 प्रतिशत प्लॉट और 64.7 प्रतिशत मुआवजा वितरित करें, अन्यथा धरना दिन-रात जारी रहेगा। गौतमबुद्धनगर के स्कूलों में किसानों के बच्चों के लिए 50 प्रतिशत कोटा अनिवार्य किया जाए।
गौरतलब है कि किसानों ने सोमवार को धरना शुरू किया था। इस दौरान तीनों प्राधिकरण के अधिकारियों को मौके पर बुलाया गया। किसानों और प्राधिकरण अधिकारियों के बीच वार्ता हुई, अधिकारियों ने दो माह का समय मांगा था। लेकिन, किसानों ने साफ कहा कि वे पहले भी कई बार समय दे चुके हैं, अब उनकी मांगें पूरी होने तक उनका धरना अनिश्चितकाल तक जारी रहेगा।
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