कोलकाताः आगामी चार केंद्रों के उपचुनाव के बाद ही भारतीय जनता पार्टी की नई राज्य कमेटी की घोषणा कर सकती है। पार्टी की मौजूदा सूची में एक से अधिक नए चेहरों के आने की संभावना है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, सचिव और सहसचिव के पदों पर अधिकांश युवा चेहरों को जगह मिलने जा रही है। इतना ही नहीं संगठन को मजबूत करने के लिए दक्षिण बंगाल में करीब छह जिलों के अध्यक्ष बदलने की चर्चा चल रही है। जिस जिले में पार्टी ने विधानसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन किया है, वहां पार्टी संगठन में फेरबदल की योजना है। भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि पूजा सीजन खत्म होते ही नई राज्य कमेटी की घोषणा हो सकती है। उस मामले में कालीपूजा एवं भाईदूज समाप्त होते ही एक नई कमिटी बनाने की संभावना है।
सुकांत मजूमदार इस समय बालुरघाट की अपनी लोकसभा केंद्र में ही हैं। वह बुधवार यानी 20 अक्टूबर को कोलकाता लौट रहे हैं। इसके बाद शीर्ष नेतृत्व के साथ नई राज्य कमिटी पर चर्चा कर सकते हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक नई कमेटी के ऐलान से अगर कोई विरोध या विवाद होता है तो इसका असर उपचुनाव पर पड़ सकता है। अध्यक्ष के बाद पार्टी के सहसचिव का सबसे महत्वपूर्ण पद होता है।
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आमतौर पर इस पद पर पांच लोग होते हैं। इस बार यहां दो से तीन नए चेहरे आ सकते हैं। उत्तर बंगाल में एक से अधिक व्यक्ति को स्थान मिल सकता है। पता चला है कि उपाध्यक्ष पद के लिए कुछ नए चेहरों को भी लाया जा सकता है। लेकिन अंतिम सूची से पहले प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष और विपक्ष के नेता शुभेन्दु अधिकारी आपस में चर्चा करेंगे।
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