प्रदेश उत्तर प्रदेश Featured राजनीति

भाजपा ने खेला सियासी दांव, घोषित उम्मीदवारों में 60 प्रतिशत दलित और ओबीसी

लखनऊः भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 107 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की। इसमें पहले चरण की 58 सीटों में से 57 पर उम्मीदवारों की घोषणा की गई है, जबकि दूसरे चरण की 55 सीटों में से 48 पर उम्मीदवारों का एलान किया गया है। इसके अलावा छठे चरण से एक उम्मीदवार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम गोरखपुर सीट से और पांचवें चरण की सिराथू सीट से उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का एलान किया गया है। खास बात यह है कि समाजवादी पार्टी गठबंधन को सियासी पटखनी देने के लिए अपनी तय रणनीति के तहत भाजपा ने 60 फीसदी दलित और ओबीसी चेहरों को उतारा है। इनमें से 20 विधायकों को टिकट भी काटा गया है। वहीं 21 नये चेहरों को पार्टी ने अवसर दिया है।

समझने वाली बात यह है कि भाजपा ने अपनी पुरानी ‘सबका साथ सबका विकास’ वाली रणनीति के तहत उम्मीदवारों का एलान किया है। विपक्ष की घेराबंदी के बावजूद भाजपा ने पूरे संतुलन और सूझबूझ के साथ नाम तय किये हैं। पार्टी ने सुरक्षित सीटों पर दलितों को लड़ाने के साथ ही सामान्य सीट से भी एक दलित को टिकट दिया है। पार्टी इसके माध्यम से दलितों के बीच संदेश देना चाहती है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी कहते हैं कि भाजपा किसी में भेदभाव नहीं करती है। वह लोग खैर मनाएं जो दलितों के नाम पर राजनीति कर अपना हित साध रहे हैं। जो लोग दलितों को इस चुनाव में बरगलाकर अपने साथ बुला रहे हैं। प्रदेश का दलित हो या पिछड़ा, भाजपा के साथ है। भाजपा ने 60 फीसदी दलित और ओबीसी को चुनाव मैदान में उतारकर विपक्ष के दलित विरोधी होने के आरोपों का कड़ा जवाब दिया है। इसके अलावा भाजपा ने 10 महिलाओं को भी टिकट दिया है। इन सबसे इतर सबका साथ सबका विकास का दावा करने वाली भाजपा ने एक भी मुस्लिम प्रत्याशी को नहीं उतारा है।

यह भी पढ़ें-गैंगस्टर एक्ट में वांछित चल रहे सपा प्रत्याशी नाहिद हसन गिरफ्तार, कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेजा

पार्टी ने एक ओर जहां बहुसंख्यकों के बीच भारी संतुलन बनाने की कोशिश की है, वहीं अल्पसंख्यकों को एक भी सीट न देकर भाजपा ने एकजुटता का संदेश दिया है। पिछले दिनों एक टीवी चैनल की डिबेट में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 80 बनाम 20 का चुनाव होने का दावा कर चुके हैं। हालांकि उनके हिसाब से यह 20 फीसदी वह लोग हैं जो अपराध, अपराधी, आतंकियों का साथ देते हैं और भ्रष्टाचार करके गरीबों का हक मारते हैं। भाजपा ने कहा है कि पहली सूची में जिस प्रकार से सर्व समाज का संतुलन दिखाई दे रहा है, आगे भी पार्टी इसी तरह नामों का चयन करेगी। इसके साथ ही दो चरणों की जिन सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा नहीं हुई हैं, पार्टी जल्द ही उनके नामों का भी एलान करेगी। केन्द्रीय शिक्षा मंत्री एवं यूपी चुनाव प्रभारी धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि जिम्मेदार लोगों की मुहर लगने के बाद उनके नाम का भी एलान किया जाएगा।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर  पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…)