सुकमाः प्रदेश सरकार के द्वारा शराब की होम डिलीवरी किए जाने के विरोध में भाजपाइयों के द्वारा विरोध किया जा रहा है। भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष दीपिका शोरी ने प्रदेश सरकार पर आलोचना करते हुए कहा कि शराब की होम डिलीवरी को आदेश को तत्काल रद्द करें सरकार। जबकि प्रदेश में फैले कोरोना वायरस से लोगों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए घर-घर जाकर कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरुआत करती तो यह बेहतर होता।
भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष दीपिका शोरी ने कहा कि विगत विधानसभा चुनाव में प्रदेश की कांग्रेस पार्टी सरकार में आने के बाद पूर्ण रूप से शराब बंदी करने के साथ कई वादे किए थे। जिसमें प्रदेश की जनता वादा किया था कि प्रदेश में सरकार बनने के बाद पूर्ण रूप से शराबबंदी बंद की जाएगी। लेकिन इसकी जगह इस कारोबार को बढ़ाने का काम किया जा रहा है। इधर कोरोना महामारी प्रदेश में कोहराम मचाया हुआ है। इस बीच शासन-प्रशासन लॉकडाउन लगाकर कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने की पूरी कोशिश कर रहे है, लेकिन इस बीच शराब की होम डिलीवरी से फिर लोग सड़कों पर निकलेंगे और इस प्रकार से कोरोना कैरियर के रूप में यह होम डिलीवरी ज्यादा होगी। इससे कोरोना के संक्रमण बढ़ने का खतरा ज्यादा है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश की हालत लॉकडाउन के कारण बदहाल है।
यह भी पढे़ंः-हथियारों के बल पर लोगों से लूटपाट करने वाले गिरोह का तीसरा आरोपी भी गिरफ्तार
लोगों के घरों में खाने को राशन नहीं है। इस दौरान संवेदनहीन सरकार ने न सिर्फ शराब दुकान खोलने का फैसला किया है, बल्कि होम डिलीवरी की सुविधा के साथ लाइसेंसधारी कोचिए नियुक्त करने जा रही है,जिससे समाज में बुरा प्रभाव पड़ेगा। लॉकडाउन के दौरान घर की रसोई की हालत से ही महिलाओं को जूझना पड़ रहा है। ऐसे में सरकार के इस विचित्र फैसले से घरों की हालत क्या होगी यह एक चिंता करने वाली बात है। सरकार को इस फैसले को तत्काल रद्द करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जब विपक्ष में थी तब शराबबंदी के लिए कैसी बातें करते थे, उन्हें याद करना चाहिए। कांग्रेस ने गंगाजल हाथ में लेकर पूर्ण शराबबंदी का वादा किया था।