Rahul Gandhi के बयान को बीजेपी ने बताया भड़काऊ और अपमानजनक, जानिए क्या है मामला

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नई दिल्लीः सिख समुदाय पर Rahul Gandhi के बयान पर भाजपा लगातार हमला बोल रही है। बुधवार को भाजपा के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि सिख समुदाय को भड़काने और अपमानित करने वाले बयान राहुल गांधी की पारिवारिक विरासत हैं। इंदिरा गांधी से लेकर राजीव गांधी तक कांग्रेस ने सिखों का सिर्फ तिरस्कार किया और उनके खिलाफ हिंसा की।

1982 के एशियाई खेलों का किया जिक्र

बुधवार को अमित मालवीय ने एक्स प्लेटफॉर्म पर कहा कि पिछले एक दशक में या 1990 के दशक से भारत में ऐसा कौन सा सिख है जिसे भाजपा शासित राज्यों में पगड़ी या कड़ा पहनने पर परेशानी का सामना करना पड़ा हो? ऐसा कौन सा सिख या सिख समुदाय है जिसने सिर्फ एक बार खुद को खतरे में और अलग-थलग महसूस किया हो, वह तब जब राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी ने 1982 के एशियाई खेलों से पहले सभी सिखों को दिल्ली की ओर जाने से रोक दिया था और उन सभी को संभावित रूप से ‘खतरनाक’ बताया था।

इंदिरा गांधी पर भी लगाए आरोप

उन्होंने कहा कि राजीव गांधी के निर्देश पर हरियाणा पुलिस और दिल्ली पुलिस ने बसों और कारों से सिखों को घसीटा और उनकी ‘पगड़ी और कड़ा’ से उनकी पहचान की। सिख पहचान और अस्तित्व पर अगला हमला राहुल गांधी की दादी इंदिरा गांधी ने किया, जब उन्होंने बिना किसी तैयारी और जमीनी हालात को समझे ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ का आदेश दिया। उन्होंने ‘हरमंदिर साहिब परिसर पर हमला करके और अकाल तख्त पर बम विस्फोट करके’ सिखों की धार्मिक भावनाओं को कुचला। वह घाव अभी भी भरा नहीं है।

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राहुल गांधी कुरेद रहे घाव

मालवीय ने कहा कि सिख समुदाय पर तीसरा बड़ा हमला इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुआ, जब कांग्रेस के गुंडों की भीड़ ने उनकी हत्या की और लूटपाट की और मौत और विनाश के गहरे निशान छोड़े – हजारों सिखों का कत्लेआम किया गया। राहुल गांधी एक बार फिर उन घावों को कुरेद रहे हैं। गौरतलब है कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अमेरिका में दो अलग-अलग विश्वविद्यालयों में अपने संबोधन में सिख समुदाय का उदाहरण देते हुए कहा था कि भारत में उनकी धार्मिक स्वतंत्रता छीनी जा रही है और राज्यों के बीच मतभेद पैदा किए जा रहे हैं, यानी संघवाद की नींव को तोड़ा जा रहा है।

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