नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) और कांग्रेस के गठबंधन पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) लगातार हमला बोल रही है। भाजपा ने एनसी-कांग्रेस गठबंधन (NC-Congress alliance) पर राज्य के लोगों को जाति और धर्म के नाम पर बांटने का आरोप लगाया। भाजपा ने कहा कि कांग्रेस और एनसी गठबंधन राज्य में आरक्षण खत्म करना चाहता है।
मोदी सरकार ने की शांति और समृद्धि के युग की शुरुआत
शनिवार को भाजपा मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35ए को हटाकर नरेंद्र मोदी सरकार ने राज्य में शांति और समृद्धि के युग की शुरुआत की है। इसके विपरीत कांग्रेस और एनसी के बीच गठबंधन का मकसद एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों को उनके उचित आरक्षण से वंचित करना है। अनुच्छेद 370 को बहाल करने का वादा करके कांग्रेस पार्टी-एनसी गठबंधन न केवल जम्मू-कश्मीर की प्रगति को रोक रहा है बल्कि समावेशी और सशक्त भारत के लिए बाबा साहेब अंबेडकर के दृष्टिकोण के साथ विश्वासघात भी कर रहा है।
जम्मू-कश्मीर को बांटना चाहता है गठबंधन
रेड्डी ने कहा कि आज जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी पाकिस्तान के साथ व्यापार की बात कर रही है, लेकिन क्या यह राज्य सरकार का मुद्दा है या केंद्र सरकार का? ये लोग पाकिस्तान के साथ किस तरह का व्यापार करना चाहते हैं? आज कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी मिलकर जम्मू-कश्मीर को जाति और धर्म के आधार पर बांटना चाहती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी को इस चुनाव को जाति और धर्म से ऊपर उठकर देखना चाहिए।
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उन्हें जम्मू-कश्मीर के हितों की बात करनी चाहिए। देश को बांटने वाला उनका घोषणापत्र और गठबंधन फिर से उस क्षेत्र को विकास के रास्ते से पीछे धकेलने वाला है। आज अनुच्छेद 370 और 35ए हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में 890 केंद्रीय कानून लागू हो गए हैं। जिससे वहां के लोगों को विकास, खुशहाली, शांति और व्यापार में तेज गति से नई गति मिली है। लेकिन कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी धर्म के नाम पर इसे बर्बाद करना चाहती है।
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