लखनऊ: उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों के लिए बुधवार सुबह मतदान शुरू होते ही सत्ताधारी पार्टी भाजपा और मुख्य विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। समाजवादी पार्टी ने पुलिस पर उसके मतदाताओं को वोट न डालने देने का आरोप लगाया है, वहीं भारतीय जनता पार्टी ने यूपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखकर बुर्काधारी मतदाताओं की पहचान सुनिश्चित करने के बाद ही मतदान कराने की अपील की है।
विधानसभा क्षेत्र में बनाया जा रहा दबाव: BJP
समाजवादी पार्टी के आरोपों पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने पलटवार करते हुए कहा कि लोग लोकतंत्र के इस पर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं, लेकिन समाजवादी पार्टी इस पूरे चुनाव में अपनी हार के डर से हर संभव प्रयास कर रही है कि फर्जी मतदान हो। पार्टी चाहती है कि फर्जी मतदान हो। हर विधानसभा क्षेत्र में बाहरी लोगों को इकट्ठा कर दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
निष्पक्ष मतदान के लिए सख्तीः राकेश त्रिपाठी
राकेश त्रिपाठी ने कहा कि प्रशासन फर्जी मतदान रोक रहा है, इसलिए वे (सपा) जानबूझकर सवाल उठा रहे हैं। हम चुनाव आयोग से अपील करते हैं कि जो भी सख्त कदम उठाने जरूरी हों, उठाए जाएं। वोटर आईडी कार्ड चेक करने के बाद ही मतदान की अनुमति दी जाए। राकेश त्रिपाठी ने कहा कि निष्पक्ष मतदान के लिए सख्ती जरूरी है। भारतीय जनता पार्टी के चुनाव आयोग संपर्क विभाग के प्रदेश संयोजक अखिलेश कुमार अवस्थी ने आयोग को पत्र लिखकर कहा है कि पिछले चुनावों में देखा गया है कि पर्दानशीं महिलाओं की पहचान सुनिश्चित न होने के कारण उन्होंने कई बार वोट डालने की कोशिश की है।
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कुछ पुरुष भी बुर्का पहनकर महिलाओं की जगह फर्जी वोट डालने की कोशिश करते हैं। कई बार ऐसे लोगों को फर्जी वोट डालने से रोका भी गया है। अगर पर्दानशीं महिलाओं को उनकी पहचान सुनिश्चित किए बिना वोट डालने दिया जाएगा तो फर्जी मतदान होगा। इसलिए उनकी पहचान सुनिश्चित करना जरूरी है।
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