कानपुरः कानपुर जनपद में अलर्ट के बीच बर्ड फ्लू ने आखिरकार दस्तक दे ही दी है। बीते दिनों कानपुर प्राणि उद्यान में मृत 10 पक्षियों की भोपाल लैब से आई जांच रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट आने के बाद चिड़ियाघर के प्रबंधन में हड़कम्प मच गया है। यहां पर सभी पक्षियों के बाड़ों को सील करने के साथ ही वन्य प्रेमियों (दर्शकों) के लिए बंद कर दिया गया है। वही, सीएमओ ने भी शहर की जनता से कहीं भी मृत मिले पक्षियों को ना छूने की अपील की है।
जानकारी के मुताबिक कानपुर प्राणी उद्यान में तीन दिन पूर्व पक्षी बाड़े में रेड जंगल फाउल नामक 10 जंगली मुर्गों की मौत हो गई थी। पक्षियों की आचनक मौत को बर्ड फ्लू की आशंका से जोड़कर देखा गया। जिसके चलते चिड़ियाघर के डॉक्टरों ने मृत पक्षियों के स्वाब सैंपल लिए और उन्हें मध्य प्रदेश के भोपाल जिले की लैब में जांच के लिए भेजा गया था। शनिवार को रिपोर्ट में पक्षियों की मौत जानलेवा बर्ड फ्लू से होने की पुष्टि हुई। रिपोर्ट में बर्ड फ्लू से पक्षियों की हुई मौत को लेकर सावधानी बढ़ा दी गई है।
प्राणि उद्यान कानपुर के निदेशक सुनील चौधरी ने इस संबंध में बताया कि बीते दिनों चिड़ियाघर में कुछ पक्षियों की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। उन पक्षियों के मौत का कारण पता करने के लिए उनके सैंपल लेकर जांच के लिए भोपाल भेजा गया था। लैब से आई रिपोर्ट में पक्षियों की मौत का कारण बर्ड फ्लू बताया गया है। इसको देखते हुए जू के सभी पक्षियों के बाड़ों को सील कर दिया गया है। प्राणि उद्यान के पशु चिकित्सक सीसीटीवी से पक्षियों की हर हरकत की निगरानी कर रहे हैं। साथ ही संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए दर्शकों के प्रवेश में रोक लगा दी गई है।
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मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. अनिल मिश्रा ने कानपुर में बर्ड फ्लू के पहुचने पर अलर्ट जारी किया है। उन्होंने जनपदवासियों से कहीं भी पक्षी मरे मिलने या दिखाई देने पर उसे न छूने की अपील की है। उन्होंने मांसाहारी सेवन करने वाले लोगों से कच्चा मीट ठीक से पका कर खाने की बात कही है वहीं डॉक्टर सुबोध को बर्ड फ्लू का नोडल अधिकारी बनाया गया है।