नई दिल्लीः देश में अभी कोरोना का खतरा कम नहीं हुआ दूसरी तरफ एक और संकट खड़ा हो गया है। इसका नाम है बर्ड फ्लू । देश में ये वायरस पहले भी फैल चुका है। जिसकी वजह से हजारों पक्षियों की मौत हुई थी। बर्ड फ्लू अगर इंसानों में फैलता है तो ये वायरस कोरोना से ज्यादा घातक सिद्द होगा। क्योंकि कोरोना से संक्रमित लोगों में से मरने वालों की दर करीब 3 फीसदी है, जबकि बर्ड फ्लू से मरने वालों की दर लगभग 50 फीसदी से भी ज्यादा है। ऐसे माहौल में आपको ये जानना जरूरी है कि बर्ड फ्लू क्या है और बर्ड फ्लू के कारण क्या-क्या होते हैं? इस तरह के सावाल का जवाब हर किसी के पास होना चाहिए। बर्ड फ्लू के नाम से पॉपुलर यह बीमारी एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस H5N1 की वजह से होती है। यह वायरस पक्षियों और इंसानों को अपना शिकार ज्यादा बनाता है।
बर्ड फ्लू इंफेक्शन चिकन, टर्की, गीस, मोर और बत्तख जैसे पक्षियों को तेजी से अपना शिकार बनाता है। बर्ड फ्लू के लक्षण की जानकारी हर किसी को होनी चाहिए। अभी तक बर्ड फ्लू का मुख्य कारण पक्षियों को ही माना जाता है। लेकिन कई बार यह इंसान से इंसान को भी हो जाता है। एवियन इन्फ्लूएंजा के शिकार इंसान पर मौत का खतरा ज्यादा रहता है।
इंसानों में कैसे फैलता है बर्ड फ्लू
बर्ड फ्लू भी कोरोना वायरस की तरह ही संक्रमित व्यक्ति या संक्रमित पक्षी के संपर्क में आने से होता है। सामान्यतया इंसान में यह बीमारी मुर्गियों या संक्रमित पक्षी के बेहद निकट रहने से फैलती है। मुर्गी से अगर अपका संपर्क किसी प्रकार से होता है और वह इस वायरस के चपेट में होती है तो यह आपको भी हो जाता है। इंसानों में बर्ड फ्लू का वायरस आंख, नाक और मुंह के जरिए प्रवेश करता है।
क्या हैं लक्षण-
एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस ( एच5 एन 1) बर्ड फ्लू के लक्षण सामान्य फ्लू जैसे होते हैं। जैसे सांस लेने में समस्या, उल्टी होने का एहसास, बुखार, नाक बहना, मांसपेशियों, पेट के निचले हिस्से और सिर में दर्द रहना। यह बीमारी इंसानों में मुर्गियों और संक्रमित पक्षियों के बेहद पास रहने से होती है। यह वायरस इंसानों में आंख, नाक और मुंह के जरिए प्रवेश करता है। एवियन इन्फ्यूएंजा वायरस काफी खतरनाक होता है और यह इंसानों की जान तक ले सकता है। इसलिए डॉक्टर अक्सर सलाह देते हैं कि अगर बर्ड फ्लू का संक्रमण इलाके में फैला है तो नॉनवेज खरीदते वक्त साफ-सफाई रखें और संक्रमित एरिया में मास्क लगाकर ही जाएं।
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कैसे करें बचाव
1-संक्रमित पक्षियों से दूर रहें खासकर मरे पक्षियों से बिल्कुल दूर रहें।
2-बर्ड फ्लू का संक्रमण अगर फैला है तो नॉनवेज ना खाएं।
3-नॉनवेज खरीदते समय साफ-सफाई पर नजर रखें।
4-संक्रमण वाले एरिया में कोशिश करें कि ना जाएं अगर जाएं तो मास्क पहनकर जाएं।