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Biparjoy ने बदला प्रदेश का मौसम, कई जगहों पर मकान हुए धराशायी

Orgy of Cyclone Biparjoy in Rajasthan   भोपालः अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान बिपरजोय का असर अब मध्य प्रदेश में भी देखने को मिल रहा है। भोपाल, इंदौर समेत प्रदेश के 17 जिलों में मंगलवार को झमाझम बारिश हुई। भोपाल में दोपहर बाद शुरू हुई झमाझम बारिश देर शाम तक जारी रही। यहां करीब डेढ़ इंच बारिश दर्ज की गई। वहीं, अशोकनगर के ईसागढ़, सीहोर के भैरुड़ा, सागर, नीमच, इंदौर, जबलपुर, मुरैना और खंडवा में झमाझम बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार बिपरजोय राज्य में प्रवेश करने के बीच में भले ही कम दबाव के क्षेत्र में बदल गया हो, लेकिन इसने अपनी ताकत से राज्य के बड़े हिस्से को तर कर दिया। ग्वालियर-चंबल संभाग में मंगलवार को कई स्थानों पर झमाझम बारिश हुई। भोपाल संभाग में भी गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ीं। हालांकि, इसका असर राज्य के कुछ पूर्वी हिस्सों तक नहीं पहुंचने से गर्मी का प्रकोप रहा। मौसम विभाग का कहना है कि बुधवार को भी सागर और ग्वालियर संभाग के जिलों में इसका असर देखने को मिलेगा और कहीं-कहीं मध्यम से तेज बारिश भी हो सकती है। भोपाल मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, राजस्थान से सटे ग्वालियर-शिवपुरी समेत आठ जिलों के साथ ही रतलाम, नीमच, मंदसौर, राजगढ़ समेत आठ जिलों में झमाझम बारिश हुई। इस दौरान राजगढ़ के नरसिंहगढ़ में 19.5 मिमी, विदिशा के लटेरी में 19.5 मिमी, शिवपुरी में 19 मिमी, गुना में 17 मिमी, ग्वालियर में 10।6 मिमी, भिंड के गोहद में 9 मिमी, बुरहानपुर के नेपानगर में 7 मिमी, अशोकनगर में 7 मिमी बारिश हुई है। शहर। शिवपुरी शहर में 6.5 मिमी बारिश दर्ज की गई, सीहोर में 5 मिमी बारिश दर्ज की गई।

मुरैना में बारिश से कई घर गिरे

मुरैना जिले में सोमवार को रात भर झमाझम बारिश हुई और मंगलवार को दोपहर तक झमाझम बारिश हुई। बारिश के कारण कई घर गिर गए। इसमें खड़ियाहार क्षेत्र के पार्थ का पुरा गांव में बबुआ सिंह तोमर का दो मंजिला मकान गिर गया, जिसमें तीन लोग घायल हो गये। इसी तरह पुरा में रामपुर पंचायत के देवी सिंह का एक मकान ढह गया। कई जगहों पर मकानों की बाउंड्री वॉल गिर गई। सुबह से लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकले और बारिश होती रही। अस्पताल में पानी भर गया और सड़कों पर पानी भर गया।

नरसिंहपुर में पारा 43 डिग्री रिकॉर्ड किया गया

दूसरी ओर राज्य के पूर्वी हिस्सों में लोग गर्मी से बेहाल रहे। नरसिंहपुर, सीधी और रीवा में भीषण गर्मी का असर रहा। नरसिंहपुर में 43, सीधी में 42.6 और रीवा में 41.8 डिग्री सेल्सियस रहा। ग्वालियर में पहली बार जून में तापमान 29.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। जबकि इंदौर में 34.7, भोपाल में 38 और जबलपुर में 39.5 डिग्री रहा। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी वेद प्रकाश ने बताया कि बिपरजोय का असर फिलहाल दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश के आसपास के इलाकों में है। यह कमजोर जरूर हुआ है, लेकिन इसके असर से बुधवार और गुरुवार को तेज हवाओं के साथ बारिश की गतिविधियां देखने को मिलती रहेंगी। बुधवार को इसका सबसे ज्यादा असर सागर और आसपास के ग्वालियर, चंबल संभागों पर देखने को मिलेगा। गुरुवार को भी कुछ इलाकों में गरज-चमक के साथ बारिश होगी और तेज हवाएं चलेंगी। यह भी पढ़ेंः-बंगाल पंचायत चुनाव: अधिकारियों पर नामांकन दस्तावेजों से छेड़छाड़ का आरोप, HC ने दिए CBI जांच के आदेश

मानसून रफ्तार पकड़ेगा

वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि बिपरजोय के कमजोर पड़ने के बीच मानसून ने रफ्तार पकड़ी है। यह ओडिशा तक आ गया है। बंगाल की खाड़ी में सिस्टम बने हुए हैं। बाइपरजोय अगले दो दिनों में पूरी तरह खत्म हो जाएगा। इस बीच, मानसून ओडिशा से पूर्वी उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ेगा, जबकि यह छत्तीसगढ़ को भी कवर करेगा। इसके छत्तीसगढ़ को पार करने और अगले चार-पांच दिनों में मध्य प्रदेश पहुंचने की उम्मीद है। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)