पटनाः पश्चिमी चंपारण के जंगली इलाकों में कई महीनों से आतंक मचाने वाला आदमखोर आतंकी बाघ आखिरकार शूटर के द्वारा जंगल में मार दिया गया। इसकी सूचना जिले में आग की तरह पूरे ग्रामीण क्षेत्र में फैल गई। इससे ग्रामीणों में खुशी का माहौल बन गया। चारों तरफ की ग्रामीण जनता खुशी में झूम उठे। यह आदमखोर बाघ अपने आतंक से इस क्षेत्र के 10 लोगों को अपना निशाना बनाया जिसमें से 9 लोगों की मृत्यु हो गई है।
स्थानीय जिला प्रशासन एवं बिहार सरकार भी इस आदमखोर बाघ के आतंक से और लोगों की मौत की सूचना पर गंभीर बनी हुई थी। कई महीनों से वन विभाग और पुलिस विभाग के सैकड़ों कर्मी इसको ढूंढने में दिन-रात लगे हुए थे। इस खूंखार और आदमखोर बाघ के आतंक से पूरे ग्रामीण क्षेत्र में तहलका मचा हुआ था।
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लोग इस के आतंक से इतना ज्यादा भयभीत थे कि कई महीनों से लोग अपने-अपने घरों में ही छिपे रहते थे। बाघ को मारने के लिए 8 सदस्यों की टीम का गठन किया गया था। जिसमें बगहा, बेतिया, मोतिहारी एसटीएफ के साथ-साथ जिला पुलिस के तेज-तर्रार जवानों को शामिल किया गया, उन्हें अत्याधुनिक असलहे दिए गए थे। बीटीआर की गाड़ी पर सवार होकर वह मौके पर पहुंचे और शूटर ने तीन फायरिंग कर के बाघ को मार गिराया।
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