Bihar Politics: संसद पर हमले को लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने रविवार को कहा कि राहुल गांधी संसद पर हमले जैसे संवेदनशील मुद्दे को भ्रष्टाचार और महंगाई से जोड़ रहे हैं। बता दें कि संसद की सुरक्षा चूक मामले पर देर रात राहुल गांधी का बयान आया।
राहुल गांधी ने देश को अस्थिर करने का किया काम-गिरिराज
रविवार को बेगुसराय में पत्रकारों से बात करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि इस मुद्दे पर राहुल गांधी ने सबसे पहले अपने लोगों को बुलाया और अब ज्ञान बांट रहे हैं। राहुल गांधी ऐसे व्यक्ति हैं जो कभी अफजल की बातों पर समर्थन करने के लिए जेएनयू जाते हैं तो कभी टुकड़े-टुकड़े गैंग के साथ खड़े हो जाते हैं। हमेशा देश को अस्थिर करने और नरेंद्र मोदी को बदनाम करने का काम किया। जैसे किसान आंदोलन परत-दर-परत खुलता गया, वैसे ही संसद पर हमला भी परत-दर-परत खुलता जाएगा। इसके बाद राहुल गांधी टुकड़े-टुकड़े गैंग और अफजल के सहयोगी के साथ खड़े नजर आएंगे। क्योंकि उन्हें कभी भी देशहित में खड़े होते नहीं देखा गया। मोदी को बदनाम करते-करते अब देश को बदनाम कर रहे हैं।
किसान आंदोलन को लेकर राहुल को घेरा
किसान आंदोलन में उनका टूल किट कनेक्शन उजागर हुआ था। इसी तरह संसद पर हमले में भी कई बातें सामने आएंगी। राजद द्वारा संसद पर हमले को भाजपा की साजिश बताने पर गिरिराज सिंह ने कहा कि राजद की जानकारी के आधार पर कुछ भी कहना मुश्किल है। जल्द ही राजद नेताओं को पता चल जाएगा कि यह राजद की साजिश है या किसी और की। इसके साथ ही गिरिराज सिंह ने मंदिरों में बलि प्रथा और सड़क किनारे मांस की बिक्री बंद करने की मांग को लेकर हिंदुओं से अपील की है कि वे ऐसा मांस खाएं जो हलाल नहीं हो, झटका हो। उन्होंने कहा कि देश में हिंदू धर्म के अनुयायी कई चीजों पर पुनर्विचार कर रहे हैं।
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खुले में मांस बेचने को लेकर कही ये बात
आगे कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि कुर्बानी की प्रथा बंद होनी चाहिए, इसे बंद करने की बात करने वाले बकरीद पर अपना मुंह क्यों नहीं खोलते। स्वच्छता की दुहाई देने वाले पशु प्रेमी बकरीद पर अपना मुँह क्यों नहीं खोलते, जब लाखों-करोड़ों बकरे काटे जाते हैं? इस मामले को सामाजिक दृष्टि से देखना चाहिए, समाज के अनुरूप काम करना चाहिए। गिरिराज सिंह ने सड़क किनारे मांस बेचने पर सवाल उठाते हुए कहा कि बेगुसराय समेत देश के विभिन्न हिस्सों में बड़े पैमाने पर सड़क किनारे खुलेआम मांस बेचा जा रहा है। बेगूसराय में बरौनी रिफाइनरी गेट के बाहर कई दुकानों में खुलेआम मांस बेचा जा रहा है। निगम न तो लाइसेंस देता है और न ही इसकी व्यवस्था करता है। कलेक्टर भी इसकी व्यवस्था नहीं करते।
ऐसी दुकानों को सड़क किनारे से हटाया जाना चाहिए। जैन और सनातन धर्म को मानने वाले लोग समान रूप से कहते हैं कि जब वे सुबह बाहर निकलते हैं तो उन्हें बहुत बुरा लगता है। यह स्वच्छता और स्वास्थ्य के लिए भी बाधक है। प्रशासन को बूचड़खाना बनवाना चाहिए और मांस-मछली बेचने के लिए अलग-अलग व्यवस्था करनी चाहिए। सड़क किनारे की व्यवस्था के बुरे एवं दुष्परिणाम सामने आ रहे हैं।
गिरिराज सिंह ने हिंदू समाज से हलाल और जबह मांस नहीं बल्कि झटका मांस खाने की अपील की है। हिंदू के घर में झटका ही चलता है। देवघर में जब भैंसे की बलि दी जाती थी तो उसे एक ही बार काटना शुद्ध माना जाता था। बेगुसराय के लखनपुर में भी बलि की प्रथा चल रही है, वहां इसे एक बार में काटा जाता है, अगर इसे एक बार में नहीं काटा जाए तो इसे अशुद्ध माना जाता है। यह प्रथा अनादि काल से चली आ रही है इसलिए जो भी हिंदू भाई मुर्गे का मांस खाते हैं उन्हें हलाल मांस बिल्कुल नहीं खाना चाहिए।
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