Bihar Crime: जिले के अकबरपुर ओपी के बहादुरा गांव समेत अन्य गांवों के एक युवक ने 65 लोगों से करीब दो करोड़ की रकम ठग ली और फरार हो गया। इस संबंध में सभी पीड़ितों ने ओपी में कांड संख्या 277/6.11.2023 के तहत युवक व उसके चार परिजनों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
पुलिस मामले की जांच में जुटी है। इस संबंध में बहादुरा गांव के सुदर्शन सिंह ने बुधवार को बताया कि उसी गांव के दीपक कुमार, पिता सुनील साह, जो बहादुरा बाजार में जूते की दुकान चलाते थे, ने उन्हें एक निजी फाइनेंस कंपनी में काम करने और ग्यारह लाख रुपये दिलाने को कहा। 2021 से किस्तों में। मिल गया। इसकी गारंटी के लिए उसने अपनी दोनों गाड़ियां एक हजार रुपये के स्टांप पर देते हुए कहा कि अगर वह पैसे नहीं लौटाएगा तो वे उसकी दोनों गाड़ियां ले लेंगे। उसने आश्वासन दिया था कि इस फाइनेंस कंपनी के माध्यम से वह बहुत ही कम समय में चार गुना रकम देगा। इसी बीच उन्होंने अपनी और अपनी बहन की शादी शाही अंदाज में की। फिर भी उन्हें समझ नहीं आया कि ये शाही शादी कैसे हो रही है।
अचानक कुछ दिनों तक वह गांव में नजर नहीं आया। फिर हमने उसके रिश्तेदारों से उसके बारे में पूछताछ की तो उनसे पता चला कि वह कई दिनों से दिखाई नहीं दे रहा है। उन्हें नहीं पता कि वह बिना बताए कहां चला गया है। जब उसका फोन मिलाया गया तो वह बंद था। इधर वह इस बात से परेशान था और जब उसने लोगों के बीच इसकी चर्चा की तो बेहद चौंकाने वाली बातें सामने आईं, कुछ ही देर में दर्जनों लोग उसकी दुकान पर पहुंच गए और किसी को दो लाख, किसी को पांच लाख, किसी को दस लाख आदि की पेशकश की। करीब 2 करोड़ रुपए की ठगी कर दीपक फरार हो गया, जो अभी भी लापता है। उसने ऐसे गरीबों को धोखा दिया है जो किसी तरह अपना जीवन यापन कर पाते हैं।
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दीपक ऐसे करता था ठगी
पीड़ित बता रहे हैं कि दीपक इतना शातिर था कि वह पड़ोसी से लाखों रुपये ले लेता था, लेकिन किसी को इसकी भनक तक नहीं लगती थी। वह कई गुना दर पर ब्याज देने की बात करता था, जिससे लोग उसके झांसे में आ जाते थे। वह उन्हें इस विषय पर चर्चा न करने की चेतावनी भी देता था, इससे लोग चुप रहते थे और उसका धंधा फलता-फूलता रहता था। वह नकदी लेकर लोगों को दो महीने पहले से तय ब्याज देता था और इसी तरह दो-चार महीने तक उनका पैसा ब्याज के तौर पर देता था, इससे लोग उसके जाल में फंस गए और वह लोगों को ठगता रहा। इस तरह 65 पीड़ित सामने आए हैं कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है। भिखना गांव के एक मजदूर परिवार ने अपनी बसोवास की दो कट्ठा जमीन बेचकर उसे दे दी थी और दो माह तक प्रति माह पचास हजार रुपये भी दिये थे।
दीपक ने न सिर्फ बहादुरा, खरकटा, परवत्ता, भिखना, बांकी, लक्ष्मीपुर समेत दर्जनों गांवों के लोगों को ठगा, बल्कि मधेपुरा के चौसा के चार लोगों को भी ठगा। हालांकि कई लोग अभी इस बारे में बताने से डर रहे हैं, लेकिन ये संख्या 65 से बढ़ सकती है।
इनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है-
धोखाधड़ी की इस घटना में युवक दीपक कुमार, पिता सुनील साह, सुनील साह, विपीन साह, मुनेश्वर साह और मिथिलेश साह, पिता स्वर्गीय कैलाश साह के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
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