रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने के मामले में बड़ा खुलासा, स्वास्थ्य मंत्री की पत्नी तक पहुंची आंच

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इंदौरः रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। कलेक्टर मनीष सिंह के खिलाफ जाकर इस्तीफा देने के बाद चर्चा में आईं सीएमएचओ डॉ. पूर्णिमा गडरिया के ड्राइवर पुनीत को पुलिस ने रेमडेसिविर बेचते हुए गिरफ्तार किया है। उसके पास से एक इंजेक्शन भी मिला है। पुलिस पूछताछ में उसने चौंकाने वाला खुलासा किया है। गिरफ्तार पुनीत अग्रवाल ने पूछताछ में मंत्री तुलसी सिलावट की पत्नी का ड्राइवर मामले में शामिल होना बताया है।

रेमडेसिविर इंजेक्शन के मामले में पकड़े गए जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया के ड्राइवर पुनीत अग्रवाल निवासी ओल्ड अग्रवाल नगर ने खुलासा किया है। उसने कहा है कि मैंने मंत्री की पत्नी के ड्राइवर से इंजेक्शन लिए थे। वह ड्राइवर मेरे साथ ही ट्रेवल्स में नौकरी करता था। पुनीत ने यह भी कबूला है कि उसने कोरोना काल में कई लोगों को रेमडेसिविर इंजेक्शन दिए है। पूछताछ में विजयनगर पुलिस को उसने बताया कि उसने यह इंजेक्शन गोविंद राजपूत नामक से लिया था उससे 14000- 15000 रुपये में बेचना चाहता था।

पुनीत ने बताया कि वह सही है। वह जिस ट्रेवल एजेंसी में ड्राइवरी करता है वहीं से उसकी दोस्ती गोविंद से हुई थी और गोविंद मंत्री जी के घर में उनकी धर्मपत्नी का ड्राइवर है। वह कहां से इंजेक्शन लाता है, इस बात का उसे अभी कोई जानकारी नहीं है।

उसने बताया कि उसके पास ललित शर्मा नामक पुलिसकर्मी का फोन आया था जिसे वह यह इंजेक्शन देने जा रहा था, आरोपी इससे पहले दो बार डॉक्यूमेंट लेकर गोविंद के माध्यम से ही अस्पतालों में इंजेक्शन पुहंचा चुका है। इस खुलासे से हड़कंप मच गया है। मंत्री की पत्नी का ड्राइवर भी रेमडेसिविर इंजेक्शन का सौदा कर रहा था। इस बयान के बाद अब पुलिस अलर्ट हो गई। गोविंद राजपूत की अब जल्द गिरफ्तारी हो सकती है। पुलिस सरगर्मी से मामले की जांच कर रही है। आरोपी से पूछताछ जारी है। मामले में बड़े खुलासे होने की भी संभावना हैं।