नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को प्रगति मैदान के भारत मंडपम सभागार में नौसेना के दो दिवसीय सेमिनार 'स्वावलंबन 2.0' के पहले दिन कई बड़ी घोषणाएं कीं। आज के पूर्ण सत्र के दौरान उन्होंने पांचवीं सकारात्मक स्वदेशीकरण सूची जारी की, जिसमें 98 वस्तुएं शामिल हैं और उनके आयात पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस सूची में अत्यधिक जटिल सिस्टम, सेंसर, हथियार और गोला-बारूद शामिल हैं। ये सभी वस्तुएं अब अलग-अलग समय सीमा में स्वदेशी स्रोतों से ही खरीदी जाएंगी।
रक्षा और नवाचार में 'आत्मनिर्भरता' को बढ़ावा देने के लिए, नौसेना नवाचार और स्वदेशीकरण संगठन (एनआईआईओ) ने आज नई दिल्ली में दो दिवसीय सेमिनार 'स्वावलंबन 2.0' शुरू किया। सेमिनार के दूसरे दिन गुरुवार को इस रोडमैप की बारीकियों को समझाने के लिए एक विशेष इंटरैक्टिव सत्र की योजना बनाई गई है। रक्षा मंत्री का विचार था कि भारत हमेशा ज्ञान और नवाचार के क्षेत्र में आत्मनिर्भर रहा है और जब 2014 में वर्तमान सरकार सत्ता में आई, तो उसने हर क्षेत्र में 'आत्मनिर्भर' होने की भावना को फिर से जगाया है।
अपने संबोधन में राजनाथ सिंह ने कहा कि नौसेना में स्वदेशी तकनीक और उत्पादों के इस्तेमाल को बढ़ावा देकर देश रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में आगे बढ़ चुका है। उन्होंने देश को आत्मविश्वास से भरे मिशन मोड में आगे ले जाने के लिए प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व को श्रेय दिया। उन्होंने युवाओं को नए उत्पाद विकसित करने के लिए सशक्त बनाने के लिए मंच की सराहना की, जो न केवल स्टार्ट-अप की वृद्धि सुनिश्चित करता है बल्कि देश के रक्षा पारिस्थितिकी तंत्र को भी मजबूत करता है। उन्होंने कहा कि विदेशी आक्रमणों के कारण हम अपना दृष्टिकोण भूल गये थे। 'लोकल' शब्द निम्न गुणवत्ता का पर्याय बन गया था, इसलिए अब हम खुद को उस मानसिकता से मुक्त कर रहे हैं।