रायपुरः छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के दौरान आदर्श ग्राम योजना के तहत सोलर लाइट (Solar Light) खरीदी की जांच होगी। विधानसभा समिति इसकी जांच करेगी। भाजपा विधायक लता उसेंडी के सवाल के जवाब में मंत्री राम विचार नेताम ने 2021 से 2024 के बीच हुई खरीदी की जांच की घोषणा की। इस जांच में प्रदेश के अन्य स्थानों से प्राप्त शिकायतों को भी शामिल किया जाएगा। कोंडागांव जिले में प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना और अन्य योजनाओं के तहत जिले और ग्राम पंचायतों में सोलर लाइट खरीदी में अनियमितता का मुद्दा आज सदन में उठा।
पहले भी हो चुका है एक्शन
कोंडागांव से भाजपा विधायक लता उसेंडी ने प्रश्नकाल के दौरान वर्ष 2021-22 में सोलर लाइट खरीदी का मुद्दा उठाया। उन्होंने पूछा कि कोंडागांव में प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत सोलर स्ट्रीट लाइट को लेकर कितनी शिकायतें आईं? क्या कार्रवाई की गई? लता उसेंडी के सवाल के जवाब में मंत्री ने बताया कि योजना के तहत वर्ष 2021-22 से जून 2024 तक जिले और ग्राम पंचायतों में खरीदी गई सोलर लाइटों का क्रय आदेश, राशि, दर तय कर दी गई थी। लेकिन गुणवत्ता को लेकर सवाल उठे थे। जो जांच हुई थी, उसमें तत्कालीन अधिकारी दोषी पाए गए थे। प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत स्वीकृत स्ट्रीट लाइट लगाने से संबंधित कार्यों के क्रियान्वयन की प्रारंभिक जांच में तत्कालीन प्रभारी परियोजना प्रशासक संकल्प साहू को शासन के निर्देशों का पालन नहीं करते पाया गया था। जिसके चलते उन्हें निलंबित कर दिया गया था।
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सभी तथ्यों पर होगी जांच
तब उसेंडी ने कहा कि अधिकारियों ने सदन को गलत जानकारी दी है। मुझे सूचना के अधिकार से जानकारी मिली है कि तीन शिकायतें की गई हैं और जांच भी हुई है। सोलर लाइटें पूरे प्रदेश में भ्रष्टाचार का केंद्र बिंदु बन गई हैं। उसेंडी ने पूछा था कि क्या जांच कराई जाएगी? इस पर भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि सरकार ने जवाब दिया है कि राज्य स्तरीय समिति जांच कर रही है। क्या सदन की समिति से राज्य स्तरीय समिति की जांच के बिंदु शामिल किए जाएंगे? मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि सदन की समिति जिन विषयों को जांच में शामिल करेगी, उन सभी पर जांच की जाएगी।
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