Bharat Bandh , नई दिल्ली: एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर लागू करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले खिलाफ दलित-आदिवासी संगठनों ने बुधवार को भारत बंद का आह्वान (Bharat Band On SC,ST Reservation) किया है। भारत बंद का असर बिहार, झारखंड, राजस्थान जैसे कई राज्यों में देखने को मिला। कई संगठन इस फैसले के विरोध में सड़कों पर उतर आए। बीएसपी, आरजेडी और चंद्रशेखर आज़ाद की आज़ाद समाज पार्टी समेत कई पार्टियों ने भारत बंद का समर्थन किया है।
बिहार में सिपाही ने गलती से SDM पर भांजी लाठी
बिहार में भारत बंद का सबसे ज्यादा असर देखने को मिल रहा है। कई जिलों से विरोध प्रदर्शन और सड़क जाम की खबरें आ रही हैं। पटना में बंद समर्थक सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं, प्रदर्शनकारी बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे थे, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया। साथ ही उन पर वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया गया।
'भारी मिस्टेक हो गया..एकदम ब्लंडर हो गया सर'
पटना में लाठी चार्ज के दौरान एसडीएम साहब को भी लगी लाठी. पुलिस वाले ने गलती से SDM पर ही भांज दी लाठी.#Bihar pic.twitter.com/7d4CDZCfb2
— Kaushik Kanthecha (@Kaushikdd) August 21, 2024
वहीं पटना में पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया तो एसडीएम साहब को भी लाठी लग गई। पुलिसकर्मी ने गलती से लाठी एसडीएम पर चला दी। इसी क्रम में एक सिपाही ने सदर एसडीओ श्रीकांत कुंडलिक खांडेकर पर भी लाठी से हमला कर दिया। लाठी से पीठ पर वार होने से एसडीओ अवाक रह गए।
झारखंड में भारत बंद का असर
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकर्ताओं ने सड़कें और दुकानें बंद रखीं। शहर के फूलों झानो चौक पर ट्रकों को रोका गया, वहीं झामुमो कार्यकर्ताओं ने बस स्टेशन और टीन बाजार से बसों का परिचालन बंद कराया। दुमका शहर में सभी दुकानें बंद रहीं। कई चौक-चौराहों को भी बंद समर्थकों ने जाम कर दिया।
राजस्थान में बाजार पूरी तरह बंद
राजस्थान के टोंक में भी भारत बंद का असर देखने को मिला। सामाजिक संगठनों ने बैरवा धर्मशाला से आक्रोश रैली निकाली, जो शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए अंबेडकर खेल स्टेडियम पहुंची। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे और पुलिस के जवान तैनात थे। व्यापार मंडल ने इस रैली और बंद का समर्थन किया है, जिसके कारण बाजार पूरी तरह बंद रहा।
बिहार में कई जगह विरोध प्रदर्शन
नालंदा में आरक्षण बचाओ, संविधान बचाओ अभियान के तहत महान भीम आर्मी और अन्य संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया। बिहारशरीफ के अस्पताल चौक और देवीसराय मोड़ पर वाहनों का परिचालन प्रभावित रहा। प्रदर्शनकारियों ने देवीसराय चौक को जाम कर दिया, आगजनी की और जेसीबी मशीन पर चढ़कर हंगामा किया। जहानाबाद-बिहार शरीफ-पटना-रांची मार्ग और नवादा-बिहार शरीफ मुख्य मार्ग भी जाम रहा।
VIDEO | Bharat Bandh: Protesters block railway tracks in Arrah, #Bihar.#BharatBandh2024
(Full video available on PTI Videos – https://t.co/n147TvqRQz) pic.twitter.com/H6VwJBJjqj
— Press Trust of India (@PTI_News) August 21, 2024
यूपी के हापुड़ में भारत बंद का असर
हापुड़ में भारत बंद के दौरान विभिन्न संगठनों ने प्रदर्शन किया। बसपा, सपा और आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए और दिल्ली-लखनऊ हाईवे जाम कर दिया। डीएम प्रेरणा शर्मा ने बताया कि वे लगातार राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों से बात कर रहे हैं और शांतिपूर्ण तरीके से ज्ञापन ले रहे हैं। बसपा के जिला अध्यक्ष डॉ. एके कर्दम ने भी संविधान से छेड़छाड़ की आलोचना की और इसे रोकने की मांग की।
भारत बंद क्यों बुलाया ?
दरअसल हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक फैसले में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के कोटे के भीतर कोटा के प्रावधान को मंजूरी दी थी। कोर्ट ने कहा था कि एससी-एसटी वर्ग के भीतर नई उप-श्रेणियां बनाई जा सकती हैं और इसके तहत सबसे पिछड़े वर्गों को अलग से आरक्षण दिया जा सकता है। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर लागू करने को भी कहा है। जिसको लेकर दलित सांसदों ने पीएम से मुलाकात कर इस बारे में अपनी चिंता जाहिर की थी। इसी को लेकर आज भारत बंद का आह्वान किया है।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध
उधर नेशनल कन्फेडरेशन ऑफ दलित एंड आदिवासी ऑर्गेनाइजेशन (NACDAOR) ने सुप्रीम कोर्ट के सुझाव को दलितों और आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों के खिलाफ बताया है। साथ ही केंद्र सरकार से इसे रद्द करने की मांग की है। इसको लेकर सभी संगठनों ने मांगों की सूची भी जारी की है। इनमें सबसे अहम अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए न्याय और समानता की मांग है। महासंघ ने सरकार से एससी, एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षण पर नया कानून बनाने की मांग की है।