कोलकाताः पश्चिम बंगाल राज्य चुनाव (Bengal Panchayat Election) आयोग ने गुरुवार को यहां कहा कि राज्य के तीन जिलों के 20 बूथों पर दोबारा मतदान कराया जाएगा। इन बूथों पर आठ जुलाई को त्रिस्तरीय पंचायत व्यवस्था के लिए मतदान हुआ था. राज्य चुनाव आयुक्त राजीव सिन्हा के मुताबिक, नये सिरे से मतदान की तारीख की घोषणा अभी नहीं की गयी है। उन्होंने कहा कि इन बूथों पर उपचुनाव नहीं बल्कि ताजा मतदान होगा।
आयोग ने जिन 20 बूथों पर दोबारा मतदान कराने का आदेश दिया है, उनमें हावड़ा जिले के 15, उत्तर 24 परगना जिले के चार और हुगली जिले का एक बूथ शामिल है। आयोग ने बताया कि 11 जुलाई को मतगणना के दिन इन बूथों से मत पेटियों की चोरी या उन्हें उपद्रियों द्वारा नष्ट कर दिया गया था। एक अन्य मामले में उत्तर 24 परगना के हाबरा से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार महादेव माटी को मतपत्र निगलते देखा गया, जब वह आखिरी दौर की गिनती में सीपीआई (एम) उम्मीदवार से पीछे चल रहे थे।
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वहीं आयोग ने ऐसे मामलों की जांच कराई तो लगाए गए आरोप को सही पाए गए। इसलिए इन 20 बूथों के लिए नए सिरे से दोबारा मतदान का कराने का आदेश दिया है।” इस बीच मत पेटियों को नष्ट करने से जुड़े एक मामले में जज अमृता सिन्हा ने कहा कि पंचायत चुनाव में जीत पांच साल की सुनिश्चित नौकरी और आय के बराबर लगती है और इसलिए ऐसा है बहुत हिंसा और खून खराब होता है।
जस्टिस सिन्हा ने आयोग से यह भी सवाल किया कि चुनाव प्रक्रिया और वोटों की गिनती खत्म होने के बाद भी राज्य के विभिन्न इलाकों में हिंसा क्यों जारी है। गौरतलब है कि जस्टिस सिन्हा ने इससे पहले कोर्ट में कहा था कि अगर ग्रामीण निकाय चुनावों में बहुत अधिक हिंसा होती है और जानमाल का नुकसान होता है तो उसे रोका जाना चाहिए।
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