बेगूसरायः बिहार में अपराधियों के हौसले बुलंद, दबंगों में पुलिस (bihar police) का जरा सा भी खौफ नहीं है। जबकि आलाधिकारी लगातार अपने अफसरों को मामले आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश देते हैं। जिले में हालात ऐसे हैं कि कोर्ट से वारंट जारी होने के बाद भी पुलिस उस आदेश पर अमल करने के बजाय आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करती। वहीं आरोपी खुलेआम हत्या की धमकी दे रहें हैं।
ताजा मामला बेगूसराय नगर थाना क्षेत्र का है। जहां नामजद आरोपी मो. सद्दाम हुसैन के खिलाफ कोर्ट द्वारा गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद भी उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। सद्दाम हुसैन पीड़ित राजेश कुमार सिन्हा को सरेआम हत्या की धमकी दे रहा है। इससे भयभीत होकर राजेश कुमार सिन्हा ने पुलिस उप महानिरीक्षक (DIG) को आवेदन देकर सुरक्षा की गुहार लगायी है। पीड़िता ने बताया कि मैंने नवाब चौक निवासी मो. इम्तियाज आलम एवं मो. सद्दाम हुसैन के खिलाफ बेगूसराय कोर्ट में परिवाद पत्र दाखिल किया गया है। जिसमें कोर्ट द्वारा समन के बाद दिसंबर 2022 में वारंट एसपी के माध्यम से नगर थाने को भेजा गया था।
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इसके बाद दोबारा कोर्ट ने मो. 22 फरवरी 2023 को सद्दाम के खिलाफ गैर जमानती वारंट नगर थाने को भेजा गया. इस पर कोई कार्रवाई नहीं होने पर एक जून को रिपोर्ट मांगी गयी. इसके बावजूद आज तक नामित व्यक्ति की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है और न ही उसकी गिरफ्तारी की दिशा में कोई प्रगति हो रही है. जबकि सद्दाम हुसैन बराबर नगर थाना परिसर और कोर्ट परिसर के आसपास अपने आपराधिक सहयोगियों के साथ बैठा रहता है.
गिरफ्तारी नहीं होने से आरोपियों का मनोबल बढ़ा हुआ है. वह आए दिन रास्ते में मेरे साथ गाली-गलौज करता है और खुलेआम केस वापस लेने की धमकी देता है। मुकदमा वापस न लेने या समझौता न करने पर हत्या करने की धमकी देता है। जब उन्होंने इसकी जानकारी कोर्ट को दी और नगर थाने गये तो पुलिस ने उन्हें भगा दिया। यदि न्यायालय द्वारा जारी वारंट में नामित आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार नहीं किया गया तो मेरे या मेरे परिवार के सदस्यों के साथ कोई भी अप्रिय घटना घटित हो सकती है।
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