उत्तर प्रदेश बिजनेस

 करें मधुमक्खी पालन, होगी लाखों की कमाई

आईपीके, लखनऊः सर्दियों के इस मौसम में किसानों के लिए मधुमक्खी पालन कमाई का एक बड़ा जरिया बन सकता है। यदि आप सही ढंग से इस व्यवसाय को कर ले गए, तो इनसे आपको खूब कमाई होगी। मधुमक्खी पालन या बी फार्मिंग कृषि से जुड़ा हुआ व्यवसाय है। ऐसे में किसान अपनी कमाई बढ़ाने के लिए मधुमक्खी पालन का काम आसानी से शुरू कर सकते हैं।

देश में शहद की जरूरतें लगातार बढ़ रही हंै। दवाओं से लेकर रोजमर्रा की जिंदगी में भी इसकी खूब खपत हो रही है। इस व्यापार में काफी बड़ी और अच्छी संभावनाएं हैं, बस जरूरत इस बात की है व्यापार को शुरू करने तथा उसे सही तरीके से आगे बढाने की। मधुमक्खी पालन के लिए जनवरी-मार्च तक का महीना उपयुक्त माना जाता है। नवंबर से फरवरी का महीना भी मधुमक्खी पालन के लिए ठीक रहता है। मधुमक्खी पालन में बी बाक्स, मधुमक्खी के छत्ते, कपड़ा या जाली, अलग-अलग प्रकार के ब्रश, मधुमक्खी का डंक निकालने का यंत्र जरूरी होता है।

जहां हों फूल, वहां लगाएं बाक्स

हर व्यापार में जगह का चुनाव बड़ी सावधानी से करना होता है। उसी प्रकार मधुमक्खी पालन में भी जगह और वातावरण का खास ध्यान रखा जाता है। मधुमक्खी पालन के लिए ऐसे क्षेत्रों का चुनाव करना चाहिए, जहां फूलों की खेती होती हो या फूलों के अलावा सब्जियों-फलों वाले स्थान को भी चुना जा सकता है। जिस स्थान पर मधुमक्खी पालन करना हो वह स्थान खुला हो, वहां साफ पानी और शुद्ध हवा की व्यवस्था हो, लेकिन नमी वाला स्थान नहीं होना चाहिए।

लागत कम और मुनाफा ज्यादा

आप किस स्तर पर इस व्यवसाय को शुरू करना चाहते हैं, इस पर पहले विचार करें। इस व्यवसाय को 10 पेटी से भी शुरू किया जा सकता है और 100 पेटी से भी शुरू किया जा सकता है। एक अनुमान के मुताबिक, यदि आप 10 पेटी से शुरुआत करते हंै तो आपका कुल खर्च 30-40 हजार होगा, वही यदि 80 या 100 पेटी से शुरुआत करना चाहते हैं, तो यह खर्च 2-3 लाख से ज्यादा का हो सकता है।

मोम से भी होती है कमाई

एक पेटी में 10 फ्रेम होते है अतः एक फ्रेम से लगभग 200 ग्राम शहद 15 दिन में निकल जाता है। उस हिसाब से एक महीने में एक पेटी से लगभग 4 किलो शहद प्राप्त होता है। यदि आपने 10 पेटी से शुरुआत की है तो एक महीने में लगभग 40 किलो शहद प्राप्त होगा। बाजार में एक किलो शहद की कीमत लगभग 250 रुपये है तो आपको लगभग 10,000 की कमाई होगी। व्यापार यदि बड़ा है तो महीने के लगभग 1 लाख का सिर्फ शहद का उत्पादन होगा। इसके अलावा मोम भी बेच सकते हैं। कुल मिलाकर देखा जाए तो एक औसत कमाई एक महीने में 30-60 हजार के बीच होती है।

सरकार से ले सकते हैं मदद

भारत सरकार ने हर व्यापार के लिए लोन की व्यवस्था की है। अतः इस व्यापार के लिए भी लोन लिया जा सकता है। सरकार द्वारा मधुमक्खी पालन के लिए 65 प्रतिशत तक ऋण मिल सकता है। ऋण के अलावा 25 प्रतिशत सब्सिडी भी मिलती है। यानी आपके व्यापार के कुल लागत का आपको सिर्फ 10 प्रशित ही लगाना होगा।

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उत्पादन में है भारत का पांचवां स्थान

मधुमक्खी पालन करने में खादी ग्रामोद्योग कई प्रकार से मदद करता है। यह एक ऐसा व्यापार है, जिसे समाज के हर वर्ग द्वारा किया जा सकता है। ग्रामीण क्षेत्रो में यह व्यापार विकास का पर्याय बन गया है। पूरे देश मे शहद उत्पादन में भारत का पांचवां स्थान आता है।