Saturday, November 23, 2024
spot_img
spot_img
spot_imgspot_imgspot_imgspot_img
Homeअन्यजरा हटकेअहंकार या पागलपन ! महज एक बाल्टी के लिए लड़ गए युद्ध,...

अहंकार या पागलपन ! महज एक बाल्टी के लिए लड़ गए युद्ध, 2,000 लोगों को गंवानी पड़ी जान

War of the Bucket, नई दिल्लीः इतिहास में हमने अनेकों युद्धों के बारे में सुना और पढ़ा होगा। ऐसे में इन युद्धों के कारण भी बेहद अलग-अलग और अनोखे रहे, लेकिन क्या कभी सुना गया कि महज एक बाल्टी के लिए दो शहरों में इस कदर भीषण युद्ध हो गया कि इसमें 2,000 लोगों की जान चली गई। यह युद्ध सिर्फ एक बाल्टी के लिए हुआ था।

दरअसल सन् 1325 में इटली के दो शहरों बोलोग्ना और मोडेना के बीच लड़ा गया यह युद्ध, जिसे बैटल ऑफ जैपोलिनो (Battle of Zappolino) और वॉर ऑफ द ओकन बकेट (The War of The Bucket) के नाम भी जाना जाता है। इस नरसंहार को अहंकार या पागलपान से भी कहीं ज्यादा की संज्ञा में रखना चाहिए, जिसमें सिर्फ एक बाल्टी के लिए दो हजार लोगों को अपनी जिंदगी से हाथ धोना पड़ा।

हैरान करने वाली है युद्ध की कहानी

एक रिपोर्ट के अनुसार इस लड़ाई की शुरुआत इस तरह से हुई थी कि मोडेना के सैनिकों का एक समूह बोलोग्ना में घुसकर शहर के बीचो-बीच निर्मित एक कुएं के निकट रखी बाल्टी को चोरी करके ले गए। इस दैरान मोडेना की इस हरकत को बोलोग्ना ने अपनी बेइज्जती माना और बोलोग्ना के सैनिकों ने मोडेना के सैनिकों से उस बाल्टी को वापस करने को कहा, लेकिन जवाब मोडेना के सैनिकों ने उनकी बात नहीं मानी और यहीं से पड़ी इस नरसंहार की नींव।

war-of-the-bucket-story

संख्या में कम लेकिन हौसले से बुलंद थी मोडेना की सेना

ये भी पढ़ें..City of jinn Bahla: ये है ‘जिन्नों का शहर’, जहां जादुई ताकतों का है बोलबाला

मोडेना के सैनिकों द्वारा बाल्टी वापस न करने के चलते बोलोग्ना के सैनिक बेहद ही नाराज हो गए और इसी गुस्से में उन्होंने मोडेना के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी। इस दौरान जैपोलिनो युद्ध के लिए बोलोग्ना की सेना 30 हजार पैदल सैनिक और दो हजार घुड़सवारों के साथ आई जबकि इसके जवाब में मोडेना के पास केवल पांच हजार पैदल सेनिक और दो हजार घुड़सवारों की सेना थी। संख्या में कम लेकिन हौसले में मजबूत मोडेना की सेना ने बोलोग्ना की सेना को करारी शिकस्त दी।

मोडेना के सैनिकों ने जमकर बरपाया कहर

इस दौरान युद्ध मैदान में मोडेना के सैनिकों ने इस कदर कहर बरपाया कि बोलोग्ना के सैनिक मैदान छोड़कर भाग गए। युद्ध में दोनों ओर से करीब दो हजार लोगों की मौत के बाद मोडेना और बोलोग्ना शहर के बीच एक समझौता हुआ, जिसमें मोडेना ने बोलोग्ना से लूटा हुआ सामान उन्हें वापस लौटाया, लेकिन जिस बाल्टी के कारण युद्ध हुआ, वो मोडेना ने बोलोग्ना को कभी भी वापस नहीं की। वर्तमान में यह बाल्टी मोडेना शहर में स्थित टोरे डेला घिरालैंडिना नामक एक तहखाने में रखी है।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर(X) पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)

सम्बंधित खबरें
- Advertisment -spot_imgspot_img

सम्बंधित खबरें