रायपुर: बस्तर संभाग (Bastar) के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में आने वाली पीढ़ियां नवयुवक-नवयुवतियां शिक्षा को लेकर इतनी गंभीर है, यह बुधवार को देखने को मिला। बस्तर (Bastar) की तकदीर यदि बदलेगी तो वह सिर्फ और सिर्फ शिक्षा के माध्यम से ही बदलेगी, यह बस्तर (Bastar) का युवा जान और समझ चुका है। इसकी बानगी अनेक प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होकर लगातार अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रहे हैं। आज फिर इसी की एक झलक देखने को मिली है।
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मामला बस्तर फाइटर के भर्ती प्रक्रिया में दस्तावेजों की जांच के लिए आयी एक युवती का है, जो अभ्यर्थी वेटिंग एरिया में बैठकर पीपीटी परीक्षा फार्म नहीं भर पाने के लिए रो रही थी। पुलिस की मदद से पीपीटी परीक्षा फार्म भरने के बाद युवती बहुत खुश हुई और सुकमा एसपी सुनील शर्मा, एएसपी किरण चव्हाण एवं पुलिस स्टाफ का आभार व्यक्त किया है। सुरक्षा कारणों से युवती का नाम और पहचान छुपाया गया है।
जिले के पुलिस लाइन सुकमा में चल रहे बस्तर फाइटर के भर्ती प्रक्रिया में दस्तावेजों की जांच के लिए आयी एक युवती अपनी बहन के साथ थी, जो अभ्यर्थी वेटिंग एरिया में बैठकर रो रही थी। उसी दौरान पुलिस स्टाफ द्वारा रोने का कारण पूछने पर उसने बताया कि प्री पॉलिटेक्निक परीक्षा का फार्म भरने का आज अंतिम दिन है और मैं भर नहीं पाऊंगी ऐसा युवती ने अपने रोने का कारण बताया। इस पर एएसपी किरण गंगाराम चव्हाण ने डीएसपी आशा रानी को जिम्मेदारी दी कि वह युवती की मदद करें।
बस्तर फाइटर भर्ती के ड्यूटी में आई डीएसपी आशा रानी के नेतृत्व में भर्ती स्थल के कंट्रोल रूम में ही बिना देरी करे प्री पॉलिटेक्निक परीक्षा का फार्म ऑनलाइन भरा गया। बस्तर फाइटर भर्ती में युवतियों की खासी रुचि दिख रही है, जिसे देखते हुए पुलिस भी उन्हें हर संभव मदद कर रही है।
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