Bangladesh Voilence , वॉशिंगटन: बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद से ही अमेरिका (USA ) पर इसका आरोप लग रहा है। हालांकि, अब अमेरिका ने बांग्लादेश के राजनीतिक संकट में अपनी सरकार की संलिप्तता को खारिज कर दिया है, जिसमें देश में विरोध प्रदर्शन के कारण सैकड़ों लोगों की जान चली गई। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन पियरे ने बांग्लादेश संकट से जुड़ी सभी रिपोर्ट और अफवाहों का खंडन करते हुए कहा, “हमारा इसमें कोई हाथ नहीं है। ऐसी कोई भी रिपोर्ट या अफवाह कि अमेरिकी सरकार इन घटनाओं में शामिल थी, ये आरोप सरासर झूठे और बेबुनियाद है ।”
जीन पियरे ने कहा- अमेरिका पर लग रहे आरोप झूठे
जीन पियरे ने यह भी कहा कि बांग्लादेशी नागरिकों को अपने देश की सरकार का भविष्य तय करना चाहिए। उन्होंने कहा, “यह बांग्लादेशी नागरिकों द्वारा और उनके लिए चुना गया विकल्प है। हमारा मानना है कि बांग्लादेशी लोगों को बांग्लादेशी सरकार का भविष्य तय करना चाहिए और हम इस पर कायम भी हैं। निश्चित रूप से हम किसी भी आरोप पर बोलना जारी रखेंगे और मैंने यहां जो कहा है वह झूठ है।”
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वहीं बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमलों के खिलाफ व्हाइट हाउस के बाहर हुए विरोध प्रदर्शन पर भी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, “हम निश्चित रूप से स्थिति पर नज़र रखना जारी रखेंगे। मेरे पास कहने या जोड़ने के लिए और कुछ नहीं है। जब भी राष्ट्रपति किसी भी तरह के मानवाधिकार मुद्दे पर बात करते हैं, तो यह निजी और सार्वजनिक तौर पर दृढ़ता से बोलते रहे हैं और वे ऐसा करना जारी रखेंगे। लेकिन, इस समय मेरे पास बात करने के लिए कुछ खास नहीं है।”
#WATCH | On the protests outside the White House against the recent attacks on Hindus in Bangladesh, White House Press Secretary, Karine Jean Pierre says, "We are certainly going to continue monitoring the situation. I don't have anything else to say or to add beyond that. When… pic.twitter.com/bDAhUN6mDw
— ANI (@ANI) August 12, 2024
शेख हसीना के तख्तापलट के बाद हिन्दूओं पर हो रहे हमले
उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर हिंसक विरोध प्रदर्शन (Bangladesh Voilence) हुए थे। इसके बाद शेख हसीना ने 5 अगस्त को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। वहां हालात इतने खराब हो गए कि उन्हें देश छोड़कर भारत आना पड़ा। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को पद से हटाए जाने के बाद से ही बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं और अन्य लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। इस घटना को लेकर पूरी दुनिया में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।