Home दुनिया बांग्लादेश हिंसाः जेलों पर हमले कर छुड़ाए गए कई कैदी, भारतीय सीमा...

बांग्लादेश हिंसाः जेलों पर हमले कर छुड़ाए गए कई कैदी, भारतीय सीमा पर अलर्ट, घुसपैठ का खतरा

bangladesh-violence-hundreds-of-prisoners

Bangladesh violence, नई दिल्लीः शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद बांग्लादेश में अस्थिरता थम नहीं रही है। पुलिस थानों से लेकर जेलों तक हर जगह हमले हो रहे हैं। जेल पर हमला कर आंदोलनकारी प्रतिबंधित जमात के सदस्यों और इस्लामिक स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन के कैदियों को भी छुड़ा रहे हैं। सोमवार रात तक जमात और इस्लामिक स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन के सैकड़ों कैदियों को छुड़ा लिया गया।

भारत विरोधी गतिविधि में गिरफ्तार थे कई छात्र

इससे बंगाल की कंटीली तार रहित सीमा पर बांग्लादेशी घुसपैठ का खतरा बढ़ गया है। इसी आशंका के चलते बीएसएफ ने ‘नाइट विजन’ कैमरों से सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है। सूत्रों के मुताबिक शेख हसीना के इस्तीफे के बाद सोमवार को 13 पुलिस थानों और दो जेलों पर हमला किया गया। प्रदर्शनकारियों ने कई कैदियों को छुड़ा लिया। खुफिया ब्यूरो (आईबी) के सूत्रों के मुताबिक हसीना सरकार के दौरान जमात और इस्लामिक स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन के कई सदस्यों को भारत विरोधी गतिविधियों के लिए गिरफ्तार किया गया था।

भारत में घुसने की कोशिश

उन पर आतंकी गतिविधियों को समर्थन देने का आरोप था। सूत्रों के मुताबिक उनमें से कई को रिहा कर दिया गया है। ऐसे में सीमा पर घुसपैठ और अन्य गड़बड़ियों का खतरा बढ़ गया है। बांग्लादेश में रात के अंधेरे में तोड़फोड़ और आगजनी की खबरों के बाद बीएसएफ ने सतर्कता बढ़ा दी है। हसीना की पार्टी और अवामी लीग के सदस्यों पर हमले बढ़ रहे हैं। आरोप है कि उनके घरों को जलाया जा रहा है। नतीजतन, इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है कि वे सीमा पार कर इस देश में भी आने की कोशिश कर सकते हैं।

खुफिया तंत्र को मजबूत करना जरूरी

खासकर उन इलाकों में जहां कंटीली तारें नहीं हैं, वहां अतिरिक्त नाइट विजन कैमरे लगाए गए हैं। बीएसएफ के जवान हर पल स्थिति पर नजर रख रहे हैं। दक्षिण बंगाल के अलावा उत्तर में महदीपुर, हिली, फुलबारी, चंगराबांधा पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। इसके अलावा ग्रामीण इलाकों में भी जवान सीमा पर सतर्क नजर रख रहे हैं। उत्तर बंगाल और दक्षिण बंगाल सीमा के अंतर्गत बांग्लादेश की सीमा 2 हजार 217 किलोमीटर लंबी है, जिसमें से दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के अंतर्गत स्थलीय सीमा 913.324 किलोमीटर और जल सीमा 363.930 किलोमीटर है।

यह भी पढ़ेंः-Bangladesh Violence: हिंदुओं पर टूटा मुसीबत का पहाड़, मदद नहीं कर पा रहा भारत

वहीं, उत्तर बंगाल फ्रंटियर के अंतर्गत स्थलीय सीमा 936.703 किलोमीटर है। दक्षिण बंगाल में करीब 538 किलोमीटर और उत्तर बंगाल में 375 किलोमीटर में कोई कंटीली तार नहीं है। यानी 913 किलोमीटर का हिस्सा बिना कंटीली तार के है। एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी ने कहा कि अगर जमात, इस्लामी छात्र संगठन की गतिविधियां बढ़ती हैं, तो न केवल बीएसएफ बल्कि पुलिस खुफिया तंत्र को भी मजबूत करना होगा।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)

Exit mobile version