बच्ची की मौत मामले में पुजारी के कमरे की जांच, कड़ियों को जोड़ने में जुटी क्राइम ब्रांच

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नई दिल्लीः दिल्ली कैंट इलाके में स्थित पुराना नांगल गांव में 09 साल की बच्ची की हुई मौत के मामले की जांच में जुटी पुलिस टीम ने पुजारी राधेश्याम के कमरे की गहनता से जांच की है। फॉरेंसिंक टीम ने मौका-मुआयना करने के बाद पुजारी के कमरे का भी मुआयना किया और जांच के लिए कुछ सामान भी सीज किए हैं। सीज सामान जांच के लिए लैब भेजे जाएंगे। क्राइम ब्रांच ने गुरुवार से मामले की जांच आरंभ कर दी है।

फॉरेंसिक जांच के लिए स्थानीय टीम के अलावा सीएफएसएल से भी मदद ली गई है। मामले की जांच में जुटी क्राइम ब्रांच फिलहाल साक्ष्यों को एकत्र करने में जुटी है, वहीं घटना की कड़ियों को परत-दर-पवरत जोड़ने का प्रयास कर रही है। ताकि घटना को लेकर जो भी सच्चाई में हो, वह सामने आ जाए। जांच टीम इस मामले में गिरफ्तार चारों आरोपितों को रिमांड पर लेकर सोमवार को पूछताछ कर सकती है।

पुजारी की भूमिका की जांच है अहम

पुजारी की भूमिका की जांच इसलिए अहम है, क्योंकि पीड़ित बच्ची की मां ने एफआईआर दर्ज कराते समय पुलिस व कोर्ट में जो बयान दिए थे, उसमें यह कहा था कि पुजारी ने बच्ची की मौत की सूचना पुलिस को नहीं देने दी थी। पुजारी ने कहा था कि उनकी बच्ची की करंट से मौत हुई है। अगर वह पुलिस को सूचना देंगे तो पुलिस पोस्टमार्टम करवाएगी और बच्ची के शरीर के अंग निकाल लिए जाएंगे। ऐसे में क्राइम ब्रांच पुजारी को लेकर विशेष जांच कर रही है। ताकि यह पता लगाया जा सके कि ऐसा उसने क्यों कहा और उसका मकसद क्या था?

फॉरेंसिक टीम ने अब तक क्या किया

फोरेंसिक टीम ने पुजारी पंडित राधेश्याम के कमरे की गहन जांच के बाद उसके बिस्तर पर बिछी हुई चादर, तकिए और उसके पहने गए कपड़ों को सीज किया है। वहीं बाकी आरोपियों के कपड़ों को भी जांच के लिए सीज किया गया है। जांच के दौरान इलेक्ट्रिशयन टीम से वाटर कूलर का मुआयना भी कराया गया था। इसमें मशीन में शार्ट-सर्किट होने की जानकारी मिली थी। जांच के लिए इस वाटर कूलर मशीन को भी सीज़ करके फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा रहा है।

क्या है परिजनों का आरोप

परिजनों ने यह आरोप लगाया है कि उनकी बच्ची के शव को उनकी सहमति के बिना ही कथित तौर पर श्मशान घाट में जला दिया गया था। परिजनों ने यह आरोप श्मशान घाट के पंडित और वहां पर काम करने वाले तीन लोगों पर लगाय। इसके बाद गांव के सैकड़ों लोगों ने प्रदर्शन किया। घटना की सूचना मिलने के बाद चिता की आग बुझाकर बच्ची का श्व बरामद किया गया और मामला दर्ज कर जांच आरंभ की गई।

क्या है बच्ची का पूरा मामला

गत एक अगस्त को शाम करीब साढ़े पांच बजे श्मशान घाट के पास अपने माता-पिता के साथ रहने वाली बच्ची श्मशान घाट के वाटर कूलर से पानी लेने गई थी। शाम करीब छह बजे पुजारी और परिवार के परिचित तीन लोगों ने लड़की की मां को फोन किया और बच्ची का शव दिखाया। उन्होंने यह बताया कि कूलर से पानी पीने के दौरान बिजली का करंट लगने से लड़की की मौत हो गई है।

परिजनों का आरोप है कि इन लोगों ने लड़की की मां से मौत के बारे में पुलिस को सूचित नहीं करने के लिए कहा। उससे कहा कि पुलिस मामला दर्ज करेगी और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजेगी। बेहतर यह है कि इसका अंतिम संस्कार कर दिया जाए। इसके बाद बच्ची का जबरन अंतिम संस्कार कर दिया गया। देररात जब गांव वालों को पता चला तो इस मामले ने तूल पकड़ लिया। इसके बाद चारों की गिरफ्तारी भी हो गई।