Baba Bageshwar बोले- राम पर राजनीति करना मूर्खता, धर्म से राजनीति चलती है, राजनीति से धर्म नहीं

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भोपालः श्रीराम की नगरी अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर चल रही सियासत के बीच बागेश्वरधाम के प्रसिद्ध कथावाचक महंत पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Baba Bageshwar) का बड़ा बयान सामने आया है। बाबा बागेश्वर ने शुक्रवार को कहा कि “भगवान राम राजनीति का विषय नहीं है। धर्म से राजनीति चलती है, राजनीति से धर्म नहीं।” उन्होंने आगे कहा राम की नीति है मर्यादा, एकता और शांति। ऐसे में अगर कोई सियासी रोटियां सेक रहा है तो ये मूर्खता है।

मंदिर जातिवाद के लिए नहीं, आस्था के लिए बन रहा

दरअसल पंडित धीरेंद्र शास्त्री शुक्रवार को राम मंदिर का श्रेय लेने का दावा करने वाले राजनीतिक दलों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भगवान राम सबके हैं। राम मंदिर जातिवाद के लिए नहीं बनाया जा रहा है। शबरी का मंदिर बन रहा है, निषादराज का भी मंदिर बन रहा है, तो क्या यह जातिवाद के लिए बनाया जा रहा है? मंदिर जातिवाद के लिए नहीं, बल्कि सभी राम भक्तों की आस्था के लिए बनाया जा रहा है।

यह उत्साव दिवाली से भी ज्यादा खास

बता दें कि अयोध्या में भगवान राम मंदिर के उद्घाटन के लिए बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री को भी आमंत्रित किया गया है। वहीं प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण को लेकर उन्होंने कहा कि वह अयोध्या जाने को लेकर काफी उत्साहित हैं। राम मंदिर सभी सनातनियों की अब तक की सबसे बड़ी जीत है। यह त्यौहार दिवाली से भी ज्यादा खास है। यकीनन कोई बदनसीब इंसान ही होगा जो इस दिन का इंतजार नहीं करता होगा। सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया भर में रहने वाले भारतीय इस दिन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

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ज्ञानवापी शिव की तो मथुरा कृष्ण की जन्मस्थली

इस दौरान जब उनसे ज्ञानवापी और मथुरा जन्मभूमि के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है। यह सिद्ध हो चुका है कि ज्ञानवापी में भगवान शिव हैं और कृष्ण की जन्मस्थली कन्हैया की है। इन मामलों में राय की जरूरत नहीं है, भारत का कानून और सुप्रीम कोर्ट है। फिलहाल एएसआई की रिपोर्ट यहां सनातन मंदिर होने का सबूत देती है।

औवैसी पर साधा निशाना

इस दौरान पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन औवेसी पर उनकी हालिया टिप्पणी को लेकर भी निशाना साधा और कहा कि यह ओवेसी के डर को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि हम मस्जिद पर मंदिर नहीं बनाना चाहते, बल्कि मंदिरों का पुनर्निर्माण करना चाहते हैं।

अगर उनके मन में ये डर है तो मैं चाहता हूं कि ये डर उनके अंदर बना रहे। दरअसल, ओवैसी ने हाल ही में मुस्लिम युवाओं से बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा किए जा रहे कामों पर नजर रखने की अपील की थी और कहा था कि देश में मस्जिदें आबाद रहनी चाहिए। हमने अपनी मस्जिद खो दी है और आप देख रहे हैं कि वहां क्या किया जा रहा है।

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