लखनऊः समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान को मेदांता अस्पताल से 64 दिनों के उपचार के बाद डिस्चार्ज करने की तैयारी शुरू कर दी गयी है। अस्पताल में भर्ती आजम खां और उनके पुत्र अब्दुला को सुरक्षा व्यवस्था के बीच सीतापुर जेल भेजा जाएगा। कोरोना संक्रमित होने के कारण आजम खां को 9 मई 2021 को सीतापुर जेल से राजधानी लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में भर्ती के दौरान आजम की किडनी में इंफेक्शन समेत कई बीमारियों का उपचार हुआ। क्रिटीकल केयर वार्ड और फिर यूरोलॉजी विभाग के डाक्टरों की देखरेख में उपचार होता रहा।
मेदांता अस्पताल के निदेशक डाक्टर राकेश कपूर और वरिष्ठ डाक्टर दिलीप दूबे की देखरेख में चले उपचार के बाद आजम को बीते रविवार को पूरी तरह से स्वस्थ्य पाया गया। इससे पहले आजम का रेगुलर चेकअप हुआ और समस्त रिपोर्ट सामान्य पायी गयी। गौरतलब है कि आजम खां और उनके पुत्र अब्दुला खान फर्जी तरीके से प्रमाणपत्र बनवाने और अवैध रुप से जमीन कब्जा करने के आरोप में फरवरी माह वर्ष 2020 से सीतापुर जेल में बंद है। एक मई 2021 को आजम खां के कोविड टेस्ट के पॉजिटिव आने पर उन्हें जेल अस्पताल में भर्ती कर उपचार शुरु कराया गया था। बाद में हालत गंभीर होने पर आजम को लखनऊ के मेदांता अस्पताल भर्ती कराया गया।
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सीतापुर जेल के जेल अधीक्षक सुरेश कुमार सिंह ने बताया कि आजम खां के साथ कड़ी पुलिस सुरक्षा है। ये सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी आजम को अस्पताल से जेल तक लायेंगे। जेल में हाई सिक्योरिटी के बीच तन्हाई बैरक में रखा जायेगा। आजम खां के संग में अब्दुला भी इसी बैरक में रखे गये हैं। उन्होंने बताया कि जेल प्रशासन की तरफ से बैरकों में प्रत्येक बंदी की सुरक्षा का इंतजाम रखा जाता है। तन्हाई बैरक को सुरक्षा कारणों से ही अलग से बनाया जाता है। वहां रहने वाले बंदी को पर्याप्त सुरक्षा रहती है।