नई दिल्लीः देवउठनी एकादशी से वैवाहिक समारोहों की धूम तो शुरू हुई, लेकिन शुक्र का तारा अस्त होने के चलते अभी शादियों के शुभ मुहूर्त नहीं है। अबूझ सावे के रूप में मान्य देवउठनी एकादशी को सावों की धूम रही। लेकिन, इस वर्ष नवंबर-दिसंबर में कुल 12 दिन विवाह के शुभ मुहूर्त हैं। अगले माह 16 दिसंबर से मलमास शुरू हो जाएगा। इस दौरान शुभ कार्य थम जाएंगे। नए साल 2023 में शादियों की शुरुआत 14 जनवरी मकर संक्रांति के बाद ही होगी। वहीं 20 नवंबर (रविवार) को पश्चिम दिशा में शुक्र के उदित होने के पश्चात मांगलिक कार्य शुरू होंगे।
इस साल अब विवाह के 12 शुभ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार नंवबर में 21, 24, 25 और 27 नवंबर को ही विवाह के मुहूर्त हैं। जबकि, दिसंबर में 2, 3, 7, 8, 9, 13, 14, 15 दिसम्बर को ही विवाह के मुहूर्त हैं। मलमास खत्म होने के बाद जनवरी 2023 में 15 जनवरी को प्रथम विवाह का श्रेष्ठ मुहूर्त है। इसके बाद 18, 25 जनवरी, 26 जनवरी, 27 जनवरी, 30 जनवरी और 31 जनवरी को शादियों की धूम रहेगी।
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शुक्र ग्रह के अस्त होने से शुभ परिणामों में आती है कमी
शुक्रवार को ही शुक्र ग्रह अपनी राशि से निकलकर वृश्चिक में आने से इसका असर आगामी 23 दिनों तक देश-दुनिया, मौसम और अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा। ज्योतिष शास्त्र में कोमल ग्रह शुक्र को भौतिक सुख, वैवाहिक सुख, भोग-विलास, शोहरत, कला, प्रतिभा, सौन्दर्य, रोमांस आदि का कारक माना जाता है। इसलिए जब भी शुक्र अस्त होता है तो उसके शुभ परिणामों की कमी हो जाती है और ऐसे में कई राशियां प्रभावित होती है। शुक्र के राशि परिवर्तन से ठंड बढ़ने और देश के कुछ हिस्सों में तेज बारिश होगी। कीमती धातुओं में तेजी और राजनीति में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा। शुक्र के राशि परिवर्तन से मेष, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर और मीन राशि वाले लोगों के लिए समय अच्छा रहेगा।
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