जयपुरः उदयपुर के आदिवासी बहुल कोटड़ा क्षेत्र के मंडवा थाना क्षेत्र में गुरुवार की रात हिस्ट्रीशीटर और उसके आरोपी बेटे को पकड़ने गई पुलिस पर हिस्ट्रीशीटर के साथ मौजूद लोगों ने हमला कर दिया । सात पुलिसकर्मियों को घेर कर पीटा । पुलिसकर्मियों के हथियार छीनकर फायरिंग भी की गई । गनीमत रही कि किसी पुलिसकर्मी को गोली नहीं लगी, लेकिन संघर्ष में दो पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए ।
उदयपुर के आईजी अजयपाल लांबा के मुताबिक रानिया मांडवा थाने की वांछित हिस्ट्रीशीटर है । उसका बेटा खजरू भी वांछित आरोपी है । गुरुवार की रात पुलिस टीम इन्हें पकड़ने गई थी । पुलिस जैसे ही इन बदमाशों के घर के पास पहुंची तो वहां 30- 35 लोगों ने हमला कर दिया । पुलिस कर्मियों को भगाने के लिए उन पर पहले पथराव किया गया, फिर फायरिंग की गई । बाद में बदमाशों ने घेराबंदी कर पुलिस टीम को बुरी तरह पीटा । बताया गया है कि बदमाशों ने घेराबंदी की और पुलिस कर्मियों पर चाकुओं से हमला भी किया। जवानों की पिस्टल व अन्य हथियार छीन लिए ।
इस हमले में थानाध्यक्ष उत्तम सिंह मेड़तिया और सिपाही मनोज की हालत गंभीर बनी हुई है । मारपीट में एएसआई सूरजमल मीणा, सिपाही मुरलीधर, सोहनलाल, प्रभुलाल, देवेंद्र व महेंद्र कुमार को भी चोटें आई हैं । इन सभी का इलाज उदयपुर के महाराणा भूपाल अस्पताल में चल रहा है ।
सूचना मिलने पर एसपी विकास शर्मा व एडिशनल एसपी मंजीत सिंह भारी पुलिस बल के साथ मंडावा क्षेत्र के लिए रवाना हो गए । पुलिस का सर्च ऑपरेशन शुक्रवार शाम तक जारी था । शुक्रवार शाम तक किसी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं मिली है । गुजरात राज्य की सीमा मांडवा से कुछ दूरी पर आती है । जानकारी मिली है कि ये बदमाश गुजरात बॉर्डर से फरार हैं ।
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उल्लेखनीय है कि रानिया और उसके बेटे खजरू का पूरे कोटड़ा में खौफ है । इनके खिलाफ लूट, हत्या, डकैती आदि के कई मामले दर्ज हैं । पूरे क्षेत्र के लोग इसके खिलाफ बोलने और आवाज उठाने से डर रहे हैं । वे सशस्त्र हैं और पूरे गिरोह को अपने साथ लेकर चलते हैं । बताया जा रहा है कि गुरुवार की रात उनके परिवार में किसी की मृत्यु के बाद शोक की परंपरा के तहत कार्यक्रम हुआ था, जिसमें सभी मौजूद थे ।
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