कोलकाता: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने एक बार फिर राज्य की ममता बनर्जी की सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा है कि पश्चिम बंगाल में डर का माहौल डराने वाला है।
विधानसभा चुनाव से पहले बुधवार को उन्होंने कहा है कि बंगाल में डर का माहौल ऐसा है कि डर के बारे में बात करने से भी लोग डरते हैं। बंगाल में लगातार बिगड़ती जा रही कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़ा करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में लोकतांत्रिक अधिकार खत्म हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि स्वाधीनता का अर्थ होता है, भय से मुक्ति, लोकतंत्र का अर्थ होता है भय से मुक्ति, संवैधानिक नियमों के पालन का मतलब होता है भय से मुक्ति, कानून के शासन का अर्थ होता है भय से मुक्ति, लेकिन दुर्भाग्यवश बंगाल में लोग भय मुक्त नहीं हैं। उन्होंने कहा कि यहां डर इस कदर है कि लोग डर के बारे में बात करने से भी डरते हैं। यह दुखद है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल जैसे सांस्कृतिक संपन्न राज्य में इस तरह से डर का माहौल होना चिंता का विषय है और इसे तत्काल खत्म किया जाना चाहिए।
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तृणमूल ने किया पलटवार
राज्यपाल धनखड़ के इन आरोपों पर तृणमूल कांग्रेस ने पलटवार किया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और दमदम से सांसद सौगत राय ने कहा है कि राज्यपाल को इस तरह की बातें बंद कर देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमने पहले भी कहा है और फिर कह रहे हैं, एक संवैधानिक पद पर बैठे हुए व्यक्ति से इस तरह की अपेक्षा नहीं रहती। हम फिर कह रहे हैं कि राज्यपाल को इस तरह की बातें बंद करनी चीहिए।