Sunday, March 30, 2025
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अपराधियों पर भारी पड़ी असम पुलिस, पिछले साल दर्ज हुए अपेक्षाकृत कम मामले

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गुवाहाटी: वर्ष 2022 तक असम के अपराध दर में अपेक्षाकृत कमी आई है। वर्ष 2021 में प्रति एक लाख जनसंख्या पर 366 मामले दर्ज हुए, वहीं वर्ष 2022 में प्रति एक लाख जनसंख्या पर 200 मामले दर्ज हुए हैं। वर्ष 2021 में दर्ज मामलों की संख्या 95,984 थी, वहीं वर्ष 2022 में यह संख्या घटकर 58,908 हो गयी। वर्ष 2021 में राज्य में 1,33,239 आपराधिक मामले दर्ज हुए, वहीं वर्ष 2022 यह संख्या घटकर 69,439 हो गयी।

सोमवार देर शाम को असम पुलिस के महानिदेशक भास्कर ज्योति महंत ने उक्त जानकारी दी। उन्होंने जानकारी साझा करते हुए असम पुलिस की सफलताओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष 48 प्रतिशत मामलों में केस डायरी न्यायालय में जमा करायी गयी, जो पिछले वर्ष के 39 प्रतिशत से अधिक था। उन्होंने कहा कि वर्ष 2021 या पिछले वर्षों की तुलना में वर्ष 2022 में राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में काफी कमी आई है। महिलाओं के खिलाफ अपराधों की संख्या वर्ष 2021 में 29,046 से घटकर वर्ष 2022 में 12,034 हो गयी। वर्ष 2017-2021 तक, इन अपराधों का वार्षिक औसत 27,240 था। उन्होंने कहा कि पूर्व की तुलना में पिछले वर्ष राज्य में इस तरह के अपराध की घटनाओं की संख्या अपेक्षाकृत कम रही और पुलिस सक्रियता से जांच कर अपराध पर नियंत्रण करने में सफल रही है।

डीजीपी महंत ने कहा कि बच्चों के खिलाफ अपराधों की संख्या में भी पिछले साल की तुलना में कमी आई है। 2021 में बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराधों की संख्या 5,282 से घटकर वर्ष 2022 में यह संख्या 4,306 हो गयी। वहीं पिछले साल राज्य में मानव तस्करी में भी कमी आई है। वर्ष 2021 में मानव तस्करी के 203 मामले सामने आए थे, जबकि 2022 में यह संख्या घटकर 96 रह गयी। डीजीपी मोहंती ने कहा कि असम पुलिस पिछले एक साल में साइबर अपराध को रोकने में सफल रही है। वर्ष 2021 में राज्य में साइबर अपराध के 4,846 मामले दर्ज किए गए थे, वर्ष 2022 में यह संख्या घटकर 1,781 हो गयी। पुलिस ने साइबर अपराधियों के मोबाइल सिम और व्हाट्सएप खातों को निष्क्रिय कर दिया है और अपराध को रोकने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर 24×7 निगरानी कर रही है। साइबर फ्रॉड कॉल सेंटर नंबर 1930 का इस्तेमाल साइबर अपराधों को रोकने और पिछले साल साइबर अपराधियों से 64.1 मिलियन रुपये जब्त करने में सफलता मिली।

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भास्कर ज्योति महंत ने कहा कि पिछले साल राज्य में अपेक्षाकृत कम हत्याएं हुईं। संपत्ति अपराध में भी पिछले साल गिरावट आई है। प्रदेश में 2021 में 29,113 ऐसे अपराध हुए जबकि 2022 में ऐसे अपराधों की संख्या घटकर 14,381 दर्ज की गयी। पिछले साल राज्य में 85 डकैतियां हुईं। 2021 में राज्य में 188 मामले आए। पुलिस ने पिछले साल 66 करोड़ रुपए के चोरी का सामान बरामद किया है। उन्होंने बताया कि राज्य में एनडीपीएस एक्ट के तहत 2022 में 2,878 मामले दर्ज हुए, वहीं 2018 में 455 मामले, 2019 में 828 मामले, 2020 में 980 मामले और 2021 में 2,271 मामले एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज किए गए थे। पुलिस ने पिछले साल राज्य में 4,691 ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार किया और 112 किग्रा हेरोइन, 49,000 किग्रा गांजा, 52 लाख टैबलेट, 21 लाख से अधिक कफ सिरप और 215 किग्रा अफीम जब्त किया।

पुलिस ने पशु तस्कर के विरूद्ध भी लगातार अभियान चलाया। 1,181 मामले दर्ज किए गए हैं, 633 वाहन जब्त किए गए हैं और 1,356 पशु तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने छापेमारी में 12,402 पशुधन जब्त किए हैं। पुलिस ने पिछले साल राज्य में 1.07 लाख बर्मीज (म्यांमार की सुपारी) सुपारी और 2.18 लाख लीटर शराब भी जब्त किया था। उन्होंने मीडिया को बताया कि प्रदेश में गत वर्ष की तुलना में 2022 में अपराधों की संख्या में कमी आई है।

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