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Assam floods: मुकेश अंबानी ने बाढ़ पीड़ितों के लिये दिये 25 करोड़ रुपए, CM सरमा ने जताया आभार

गुवाहाटीः बाढ़ की विभीषिका झेल रहे असम की आर्थिक मदद के लिए लोग आगे आ रहे है। इस बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और उद्योगपति मुकेश अंबानी और उनके बेटे अनंत अंबानी ने राज्य के बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में 25 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की। उन्होंने ट्विटर पर लिखा: "मुख्यमंत्री राहत कोष में 25 करोड़ रुपये का दान देकर इस महत्वपूर्ण मोड़ पर असम के लोगों के साथ खड़े होने के लिए श्री मुकेश अंबानी और श्री अनंत अंबानी का हार्दिक आभार। यह हमारे बाढ़ राहत उपायों को बढ़ाने में एक लंबा सफर तय करेगा।"

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बता दें कि कुछ दिनों पहले, गायक सोनू निगम, निर्देशक रोहित शेट्टी और बॉलीवुड अभिनेता अर्जुन कपूर ने सीएम राहत कोष में 5-5 लाख रुपये का योगदान दिया। संगीत निर्माता भूषण कुमार ने भी असम के बाढ़ पीड़ितों के लिए सीएम फंड में 11 लाख रुपये का दान दिया। असम एक विनाशकारी बाढ़ की स्थिति का सामना कर रहा है जिसने राज्य के 32 जिलों और उसके आसपास कई लोगों की जान ले ली है। कई लोगों की जान चली गई है, और लोग अपने घरों और सामानों को छोड़कर अस्थायी आश्रयों में शरण लेने को मजबूर हैं।

असम बाढ़

शवों के साथ रहने को मजबूर लोग

दरअसल असम के सिलचर शहर के निवासियों को सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि बाढ़ के कारण सभी श्मशान और कब्रिस्तान पानी में डूब गए हैं। लोग इमारतों में अपनों के बेजान शवों के साथ बेसब्री से मदद की तलाश में इंतजार कर रहे थे। कुछ लोग शवों को कब्रगाह की तलाश में अस्थायी नावों में ले जा रहे थे। जिला प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और वायु सेना के संचयी प्रयासों के बावजूद अब तक नागरिकों को कोई राहत नहीं मिली है।

बराक नदी के जलस्तर में मामूली कमी के बावजूद बाढ़ की स्थिति जस की तस बनी हुई है। सिलचर के नागरिकों को अभी भी पीने के पानी और भोजन की सख्त जरूरत है, उनमें से हजारों अभी भी इमारतों के अंदर फंसे हुए हैं और निचली मंजिल पूरी तरह से जलमग्न है। हालांकि जिला प्रशासन राहत सामग्री के पैकेट गिराने की कोशिश कर रहा है, लेकिन नागरिक उन्हें इकट्ठा नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि सादे छतों या उन्हें गिराने के लिए जमीन की कमी के कारण पैकेज पानी पर गिरते दिखाई दे रहे हैं। सेना, सीआरपीएफ, बीएसएफ, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ बचाव कार्य जारी रखे हुए हैं।

राहत शिविरों में 2.80 लाख से अधिक लोगों ने ली शरण

राज्य में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण आई बाढ़ ने 103 राजस्व मंडलों और 4,536 गांवों को प्रभावित किया है। राज्य भर में कुल 2,84,875 लोगों ने 759 राहत शिविरों में शरण ले रखी है. बाढ़ ने 173 सड़कों और 20 पुलों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया, जबकि बक्सा और दरांग जिलों में दो-दो तटबंध टूट गये हैं। बाढ़ के कारण 10,0869.7 हेक्टेयर का फसल क्षेत्र पानी में डूब गया है। बक्सा, बारपेटा, विश्वनाथ, बोंगाईगांव, चिरांग और धुबरी जिलों में बड़े पैमाने पर भूमि का कटाव होने की सूचना मिली है।

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