एडिलेडः इंग्लैंड के कप्तान जो रूट टेस्ट क्रिकेट में रन बनाने का सिलसिला जारी है। एडिलेड में दूसरे एशेज टेस्ट के तीसरे दिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 62 रनों की पारी खेलते ही भारत के दो दिग्गज बल्लेबाजों सचिन तेंदुलकर और सुनील गावस्कर के एक साल में सबसे अधिक टेस्ट रन बनाने के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। तेंदुलकर (2010 में 1562 रन), गावस्कर (1979 में 1555 रन) और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क (2012 में 1595 रन) को पीछे छोड़ दिया। इसके साथ ही एक साल (2021) में सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने के मामले में चौथे स्थान पर आ गए।
ये भी पढ़ें..‘गंगा एक्सप्रेस-वे’ के शिलान्यास कार्यक्रम में पीएम मोदी ने दिया नया नारा, बोले-“UP+YOGI, बहुत हैं उपयोगी”
खतरे में पाकिस्तानी बल्लेबाज यूसुफ का रिकॉर्ड
रूट ग्रीम स्मिथ (2008 में 1656 रन) के बाद टेस्ट क्रिकेट में एक साल में 1600 से अधिक रन बनाने वाले दूसरे कप्तान भी बने। 1606 रन के साथ, रूट पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज मोहम्मद यूसुफ से पीछे है, जिन्होंने 2006 में सिर्फ 11 टेस्ट में 99.33 की औसत से 1788 रन बनाए थे। इसके बाद वेस्टइंडीज के दिग्गज विव रिचर्डस हैं, जिन्होंने 11 टेस्ट में 1710 रन बनाए थे। ब्रिस्बेन में पहले एशेज टेस्ट में रूट ने टेस्ट क्रिकेट में एक साल में सबसे अधिक रन बनाने के मामले में माइकल वॉन के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए इंग्लैंड के पहले बल्लेबाज बने थे, जिन्होंने 2002 में 61.70 की औसत से 1481 रन बनाए थे।
इंग्लैंड की टीम 236 रन पर ढेर
बता दें कि एडिलेड में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट की पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया ने पहाड़ जितना बड़ा स्कोर खड़ा किया। मार्नस लाबुशेन ने शानदार शतक लगाया और डेविड वॉर्नर ने अपने शतक से पांच रनों से चूक गए। वहीं कप्तान स्टीव स्मिथ ने भी 93 रनों की शानदार पारी खेली। इन बल्लेबाजों की बदौलत ही ऑस्ट्रेलिया ने 473 रनों का हिमालय जितना बड़ा स्कोर खड़ा किया है। जबकि इंग्लैंड की टीम ने पहली 236 रन ही बना सकी। जो रूट ने शानदार हॉफ सेंचुरी लगाते हुए 62 रनों की पारी खेली। रूट के अलावा डेविड मलान ने 80 रनों की तूफानी पारी खेली।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…)