प्रयागराजः माफिया अतीक अहमद के बेटे असद अहमद का शव शनिवार को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया है। असद के शव को प्रयागराज के कसारी-मसारी कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। शव को दफनाने के दौरान असद के माता-पिता मौजूद नहीं हो सके। इस दौरान कसारी-मसारी कब्रिस्तान में डीएम संजय खत्री व पुलिस आयुक्त रमित शर्मा सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी मौजूद रहे। माफिया अतीक बेटे के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके। उनके परिवार का कोई सदस्य शामिल नहीं हुआ।
असद के नाना, चाची और चाचा सहित कई अन्य करीबी रिश्तेदार अंतिम संस्कार में शामिल हुए। संभावना है कि अतीक की पत्नी और असद की मां शाइस्ता आज सरेंडर कर सकती हैं। वह भी इस हत्याकांड में आरोपी हैं। प्रयागराज के एसीपी आकाश कुलहरि ने बताया कि असद के परिवार के करीब 20-25 रिश्तेदार मौके पर मौजूद थे। असद को दफनाने की प्रक्रिया को असद के नाना ने अंजाम दिया था। असद और उसके सहयोगी गुलाम को 13 अप्रैल को यूपी एसटीएफ ने एनकाउंटर में मार गिराया था। जबकि, शूटर गुलाम हसन को मेहंदी स्थित कब्रिस्तान में दफनाया गया। इस दौरान वहां सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे। असद के साथ मारे गए शूटर गुलाम गुलाम के जनाजे की नमाज बीच रोड पर अदा की गई। इस दौरान वहां सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे। कई ने अपने चेहरे भी ढके हुए थे।
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इसके बाद गुलाम के शव को कब्रिस्तान में दफना दिया गया। गुलाम के पिता अंतिम संस्कार में शामिल हुए। उनकी पत्नी सना भी कब्रिस्तान में मौजूद थीं, जबकि भाई राहील हसन और अन्य रिश्तेदार अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुए। गौरतलब है कि बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह रहे उमेश पाल और उनके दो सुरक्षाकर्मी इसी साल 24 फरवरी को प्रयागराज में हुई मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। इस मामले के वांछित आरोपी असद अहमद और गुलाम गुरुवार को झांसी में स्पेशल टास्क फोर्स के साथ मुठभेड़ में मारे गए थे। घटना उस समय हुई जब अतीक और उसके भाई अशरफ अहमद को प्रयागराज की अदालत में पेश किया जा रहा था।
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