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जैसी करनी वैसी भरनी

मुंबईः भगवान श्री कृष्ण ने कर्मवाद को महत्व देते हुए कहा है कि कर्मेणे वा धिकारास्ते, मा फलेषु कदाचन। यानि कर्म करते जाइए, लेकिन फल की चिंता मत करिए। जैसा कर्म, वैसा फल इस भाव से अगर हम अपना जीवन जीने का संकल्प लें तो सुखद और सफल जीवन जी सकते हैं, लेकिन लोगों की भीड़ में से कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो कहते तो हैं, सत्यमेव जयते, लेकिन उनकी कथनी और करनी में बहुत अंतर होता है, कुछ इसी तरह की बात सिने अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती के बारे में देखने को मिलती है। सुशांत सिंह राजपूत की रहस्यमय मृत्यु प्रकरण में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की ओर से की गई कार्रवाई में रिया चक्रवर्ती को 22 सितंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

एनसीबी ने रिया चक्रवर्ती से तीन दिन सघन पूछताछ की। इस पूछताछ में रिया चक्रवर्ती ने एनसीबी को बताया कि वह सुशांत के लिए ड्रग्स मंगवाती थी। पूरी पूछताछ में रिया ने सुशांत सिंह राजपूत को ड्रग्स का आदि बताया। ड्रग्स के लिए रिया चकवर्ती अपने भाई शौविक की सहायता लेती थी। एनसीबी ने नशीले पदार्थ की कालाबाजारी से जुड़े लोगों को भंड़ाभोड़ करने के लिए अभियान ही छेड़ रहा है। सुशांत सिंह राजपूत के लिए ड्रग्स मंगवाने वाली रिया चक्रवर्ती एक वीडियो के माध्यम से सत्यमेव जयते की बात कहती हैं और एक टीवी चैनल में इस बात की दावा करती हैं कि उन्होंने कभी ड्रग्स नहीं लेती। एनसीबी पथक के सामने भी रिया चक्रवर्ती ने यही बताती रही कि उसने खुद के लिए कभी ड्रग्स नहीं मंगायी।

8 सितंबर को एनसीबी ने रिया से पूछताछ पूरी की और रिया के लिए 14 दिन की न्यायिक हिरासत मांगी। एन सीबी की न्यायिक हिरासत की मांग कोर्ट ने स्वीकर कर ली और रिया चक्रवर्ती को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। रिया चक्रवर्ती के वकील ने सतीश मानशिंदे ने रिया को मिली सजा के बाद रिया की जमानत की अर्जी लगायी, लेकिन उसे न्यायालय ने खारिज कर दिया। एनसीबी पथक रिया से पूछताछ के बाद उसकी चिकित्सकीय जांच के लिए सायन अस्पताल ले गयी, जहां के लौटते-लौटते रात के आठ बजे गए। एनसीबी कार्यालय में एनसीबी टीम के सामने रिया से पूछताछ के बाद रिया को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने का निर्णय लिया। 22 सितंबर तक रिया को न्यायिक हिरासत भेजने के बाद रिया के वकील ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की कि रिया को जमानत मिल जाए, लेकिन उन्हें इसमें सफलता नहीं मिल पाई।

रिया चक्रवर्ती को 8 सितंबर की रात एनसबी कार्यालय के पास महिलाओं के लिए बनाए गए लॉक अप में रखा गया और अगले दिन 9 सितंबर को उसे भायखला में महिला जेल में भेज दिया गया। रिया के वकील की ओर से लगातार रिया को बचाने की कोशिश की जाएगी। रिया को 22 सितंबर तक जेल की रोटी खानी पड़ेगी। सुशांत सिंह राजपूत की रहस्यमयी मौत प्रकरण की जांच में जब से नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने (NCB) प्रवेश लिया, तब से इस या प्रकरण में रोज नए-नए खुलासे होर रहे थे। एनसीबी ने नशीले पदार्थों के सेवन तथा उसको कालाबाजारी करने के मामले में रिया चक्रवर्ती को गिरफ्तार किया है।

रिया चक्रवर्ती उसका भाई भाऊ  तथा सैम्युएल समेत इससे संबंधित अन्य सात लोगों को एनसीबी ने गिरफ्तार किया है। रिया चक्रवर्ती ने ईड़ी, सीबीआई की तहर एनसीबी के सामने कहा कि उसने कभी ड्रग्स का सेवन नहीं किया, इतना ही नहीं उसने पूरा ठीकरा सुशांत पर ही फोड़ दिया। मैराथन चर्चा के बाद नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यरो के पथक ने 8 सितंबर को 3।45 बजे के आसपास रिया को गिरफ्तार कर लिया। रिया चक्रवर्ती को 22 सितंबर तक सलाखों को पीछे भेज दिया गया है। 14 दिन की न्यायिक हिरासत के बाद जेल की रोटी खाने वाली रिया चक्रवर्ती के लिए आने वाले दिन बड़े मुश्किल भरे होंगे, पूछताछ के दौरान रिया ने खुद को जिस से तरह से ड्रग्स से दूर रहने की दलील देकर सुशांत सिह को ही ड्रग्स का आदि बताकर यह साफ कर दिया है कि वह सुशांत के प्रति उनके मन में किस तरह की फिलिंग है।

जेल की सजा भोगते समय भी रिया को इस बात का एहसास होता ही रहेगा कि हमने जो किया, वह अच्छा नहीं हुआ। रिया चक्रवर्ती पर एक तरफ जहां सुशांत सिंह राजपूत को मौत के मजबूर करने का आरोप लगा है, वहीं दूसरी ओर इस मामले में जेल की हवा खाने के साथ ही रिया चक्रवर्ती का अपना पूरा भविष्य ही दांव पर लगा दिया है, इतना ही रिया ने इस पूरे प्रकरण में अपने भाई शौविक का जीवन को भी बर्बाद कर दिया। इस तरह देखा जाए तो इस पूरे मामले में न को रिया और शौविक दोनों का भविष्य खराब हो गया है। दूसरे शब्दों में कहें तो रिया के लिए यह पूरा मामला न प्यार मिला, न परिवार, मिली तो भाई-बहन को जेल।

सुधीर जोशी (महाराष्ट्र)